इस्लामाबाद: पाकिस्तान (Pakistan) की मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस 'नाजुक समय' में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) का प्रस्तावित रूस (Russia) दौरा उनकी निजी छवि को 'झटका' दे सकता है.


जिया-अल-हक के ईरान दौरे से तुलना
कराची के दैनिक अखबार 'द न्यूज' में प्रकाशित रिपोर्ट में 'इंस्टिट्यूट ऑफ न्यू होराइजन्स एंड बलूचिस्तान' के अध्यक्ष जन अचकजई ने खान के प्रस्तावित दौरे की तुलना पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल जिया-उल-हक के तत्कालीन ईरान दौरे से की है, जोकि हक ने शाह के समर्थन में एकजुटता दिखाने के मद्देनजर किया था और इसके कुछ ही दिन बाद वर्ष 1979 में अयातुल्लाह खामनेई के नेतृत्व में हुई क्रांति के चलते ईरान में तख्तापलट हो गया था.


रूस ने आमंत्रण नहीं दिया
रिपोर्ट में कहा गया कि खान का दौरा ऐसे समय में प्रस्तावित है, जब यूक्रेन (Ukraine) को लेकर अमेरिका (US) और रूस के बीच गतिरोध जारी है, जोकि कूटनीतिक प्रयासों के पूरी तरह विफल रहने पर संघर्ष में तब्दील हो सकता है. रिपोर्ट में कहा गया, ' इस दौरे का सबसे महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि रूस ने आमंत्रण नहीं दिया, बल्कि आमंत्रण मांगा गया था.'


रिपोर्ट में कहा गया कि रूस के दौरे से देश के हितों के लिए भारी कीमत चुकानी पड़ेगी और ये खान की निजी छवि के लिए भी 'झटका' होगी.


'हम किसी खेम का हिस्सा नहीं बनेंगे'
इस बीच यूक्रेन संकट पर रूस और अमेरिका के मध्य बढ़ते तनाव के मध्य पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को कहा कि वैश्विक राजनीति में उनका देश किसी खेमे में शामिल नहीं होगा, क्योंकि उनकी नीति ‘हर देश से रिश्ते बनाए रखने’ की रही है। खान ने पत्रकारों, पूर्व राजनयिकों और थिंक-टैंक के प्रतिनिधियों से बातचीत में कहा, ‘‘हम ऐसी स्थिति में नहीं पहुंचना चाहते, जिससे ऐसा लगे कि हम किसी खास खेमे का हिस्सा हैं।’’


यह भी पढ़ें: 


Pakistan में ईशनिंदा के नाम पर भीड़ हुई फिर बेकाबू, इस बार एक शिया विद्वान पर हुआ हमला


उइगर मुस्लिमों के सवाल पर Imran Khan की China को क्लीन चिट, कहा- स्थिति वैसी नहीं जैसा...