दिल्ली कोचिंग हादसा : इस देश में टमाटर से सस्ती एक आम इंसान की जान है!
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाता है. तीन बच्चे डूब जाते हैं. मर जाते हैं. और गिरफ्तार कौन होता है, वो जिसकी बिल्डिंग है, जो कोचिंग का मालिक है, जो कोचिंग का कोऑर्डिनेटर है, जिसकी कार की वजह से पानी की रफ्तार इतनी बढ़ गई कि कोचिंग का गेट टूट गया. कुल मिलाकर सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है. लेकिन असल सवाल ये है कि हादसा हुआ ही क्यों. और अगर इस क्यों का जवाब खोज लिया जाए, तो ईमानदारी का ढोल पीटने वाले बड़े-बड़े नेताओं और अधिकारियों की पोल खुल जाएगी औऱ वो कहीं किसी को मुंह दिखाने लायक नहीं रह जाएंगे. क्योंकि ये हादसा किसी गांव का नहीं है कि एक पुलिया टूटी और गांव में पानी आ गया. ये हादसा असम का नहीं है कि ब्रह्मपुत्र में बाढ़ आई तो गांव के गांव बहा ले गई. ये हाँदसा बिहार का भी नहीं है कि नेपाल ने अपने बांध के सारे गेट एक साथ खोल दिए और पूरा बिहार पानी-पानी हो गया. पूरी बात देखिए अविनाश राय के साथ.