सिंघू-टिकरी बॉर्डन के बाद रोहतक में किसानों ने डाला डेरा, हत्या का केस दर्ज कराए बगैर नहीं हटेंगे
Karnal Farmer Protest: 28 अगस्त को हरियाणा के करनाल में किसानों पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शनकारी किसानों ने करनाल के अनाज मंडी से मिनी सचिवालय तक मार्च किया. मार्च के बाद बड़ी संख्या में किसान मिनी सचिवालय पहुंचे और वहीं गेट पर बैठ गए हैं. किसानों ने इससे पहले एलान किया था कि अनाज मंडी में महापंचायत के बाद मिनी सचिवालय का घेराव किया जाएगा. इसके मद्देनज़र ज़िला प्रशासन ने हर जगह सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए थे. बीते रोज़ ही करनाल समेत चार ज़िलों में 24 घंटों के लिए इंटरनेट और एसएमएस सेवाओं पर पाबंदी लगा दी थी. इसके अलावा प्रशासन ने करनाल में धारा 144 लागू करते हुए 5 लोगों से ज्यादा की भीड़ इकट्ठा होने पर रोक लगा दी. करनाल में लाठीचार्ज के में किसान संगठनों ने हरियाणा सरकार के सामने कुछ मांगें रखी हैं. किसान संगठनों की मांग है कि एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया जाए. इसके अलावा करनाल में लाठीचार्ज के बाद जान गंवाने वाले किसान के परिवार वालों को सरकार 25 लाख रुपये का मुआवज़ा मिले और मृतक के बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए. यही नहीं किसानों ने ये भी मांग की है कि लाठीचार्ज में घायल किसानों को 2-2 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जाए. 28 अगस्त की घटना के दौरान एसडीएम आयुष सिन्हा का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वो किसानों का सिर फोड़ने की बात कहते नज़र आए थे. जिसके बाद से किसान संगठन उनपर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.