Hijab Ban, Halal Ban, Sedition और Arrest, Basavaraj Bommai के Karnataka में आख़िर हो क्या रहा है?
अंग्रेज़ी में एक कहावत है. कहवात है कि two is a coincidence but three is a trend. हिंदी में इसका मोटा मोटी मतलब ये होगा कि कोई एक जैसी बात या घटना दो बार हो जाए तो इसे संयोग मान सकते हैं. लेकिन अगर ऐसा तीन बार हो जाए तो वो ट्रेंड बन जाता है. यानी माना जा सकता है कि जो घटनाएं हो रही हैं उनमें सिर्फ संयोग नहीं है, बल्कि एक सिलसिला सा चल पड़ा है. तो ऐसा ही कुछ सिलसिला सा चल पड़ा है कर्नाटक में जिस पर बात किए जाने की ज़रूरत है. लेकिन पहले बात करेंगे राज्य की राजनीति और वहां होने वाले विधानसभा चुनाव की. कर्नाटक में 2024 के आम चुनाव से पहले विधानसभा चुनाव होने हैं. पिछले यानी 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जोड़-तोड़ के राज्य में सरकार बना ली थी. लेकिन उनका जेडीएस के साथ हुआ गठबंधन टिक नहीं पाया. फिर बीजेपी की सरकार बनी और इसकी कमान बीएस येदियुरप्पा के हाथों में चली गई. फिर बीजेपी के अंदर भी तख्तापलट हुआ और राज्य की कमान बसवराज बोम्मई के हाथों में चली गई. ये तो रही पिछले चुनाव से आने वाले चुनाव तक की क्रोनोलॉजी. अब बात करते हैं कि बोम्मई के राज में कर्नाटक में जो हो रहा है उसकी. उनके सीएम बनने के पहले भी राज्य से तमाम तरह की ख़बरें आती थीं. लेकिन उनके सीएम बनने के बाद की जो बड़ी घटनाएं मीडिया में छाईं उनमें हिजाब विवाद, मंदिरों के बाहर मुस्लिम वेंडर्स को सामान बेचने से मना करना, सोशल मीडिया पोस्ट के लिए एक मुस्लिम छात्रा की गिरफ्तारी और हलाल मीट को उनके एक नेता द्वारा धर्म भ्रष्ट करने वाला बताया जाना शामिल है. धर्म भ्रष्ट वाला मामला सबसे ताज़ा है.