एक्सप्लोरर
Advertisement
पीवी नरसिम्हा राव को पीएम बनाने पर कैसे सहमत हुईं थीं सोनिया गांधी, शरद पवार को कैसे मना पाए थे Rao | Uncut
1991 में राजीव गांधी की हत्या के बाद जब चुनावी नतीजे आए तो कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी. लेकिन चुनाव के बीच में ही कांग्रेस के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री पद के दावेदार राजीव गांधी की हत्या हो चुकी थी. ऐसे में पीएन हक्सर और कैप्टन सतीश शर्मा ने सोनिया गांधी को सुझाव दिया कि वो पीवी नरसिम्हा राव को कांग्रेस का अध्यक्ष बनाएं. राव अध्यक्ष बन गए, लेकिन शरद पवार ने कह दिया कि कांग्रेस अध्यक्ष होने में और देश का प्रधानमंत्री होने में फर्क है. लेकिन अपने प्रतिद्वंद्वियों की हर चाल को नाकाम करते हुए 20 जून को नरसिम्हा राव ने अपने नाम पर सबको सहमत कर लिया और 21 जून को उन्होंने देश के 10वें प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ ली. पूरी कहानी देखिए अविनाश राय के साथ.
बिन मांगा ज्ञान
मिडिल ईस्ट में हर देश का दुश्मन इजरायल ही क्यों है?
और देखें
Advertisement
Advertisement
Advertisement
टॉप हेडलाइंस
इंडिया
महाराष्ट्र
बॉलीवुड
बॉलीवुड
Advertisement
ट्रेंडिंग न्यूज
प्रोफेसर वीरेन्द्र चौहानप्रवक्ता, हरियाणा बीजेपी
Opinion