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कोविड की पहली से दूसरी लहर तक कुंभ से तब्लिगी जमात वालों तक ने बिठाया भट्ठा | Uncut
धार्मिक आयोजनों को सुपर स्प्रेडर इवेंट माना जाता है. ये बहुत ज़्यादा ख़तरनाक होते हैं. इसमें शामिल होने वाले 8% लोगों से 60-80% तक लोगों को संक्रमण होने का ख़तरा होता है. ऐसे इवेंट्स के कुछ मामलों का ऑउटब्रेक बनने का डर होता है. भायनक मंज़र वाली दूसरी लहर के दो कारण माने जाते हैं. पूरी डिटेल के लिए देखें ये वीडियो और जानें- कैसे ऐसे आयोजनों ने बिठाया देश का भट्ठा
बिन मांगा ज्ञान
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अनिल चमड़ियावरिष्ठ पत्रकार
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