Karnataka Election 2023: ज़हरीले बयानों की 'बहार' से किसे फायदा किसे नुकसान
आपको याद होगा कि कि 2019 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम नरेंद्र मोदी को नीच कह दिया था. इसके पहले वो पीएम मोदी का चाय वाला बोल चुके थे. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि आम चुनावों में कांग्रेस को अय्यर के ऐसे बयान का भारी ख़ामियाज़ा उठाना पड़ा था. पीएम नरेंद्र मोदी पर ऐसा ही एक ताज़ा बयान दे दिया है कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने और अब विश्लेषक कह रहे हैं कि जिस कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को अपर एज था उस चुनाव में खरगे की वजह से पार्टी को नुकसान उठाना पड़ सकता है. इसकी वजह ये है कि बीजेपी ने इस मुद्दा बना दिया है. और लेटेस्ट रैली में पीएम मोदी ने कहा है कि कांग्रेस ने उन्हें 91 बार गाली दी है. दरअसल, चुनावी तपिश में कई नेता काफी कुछ बोल जाते हैं. और इस मामले में कोई भी नेता अपवाद नहीं है. ख़ुद पीएम मोदी भी नहीं और ना ही राहुल गांधी. ऐसे में इस स्टोरी में पहले तो बात करेंगे कि कर्नाटक के हीटेड कैंपेन में पीएम मोदी से लेकर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी तक को लेकर क्या कुछ ऐसा कहा गया है जो हेल्दी नहीं है. और इस पर भी बात करेंगे कि ऐसे बयानों से पॉलिटिकल डिस्कोर्स का क्या होता है. फिर बात करेंगे कि राजनीति में बयानबाज़ी का क्या हाल हो गया है. और इसका इंपैक्ट क्या होता है. लेकिन सबसे पहले ऐसी ही स्टोरीज़ के लिए आप अनकट को फेसबुक, यूट्यूब और इंस्टा पर फॉलो और सब्सक्राइब ज़रूर कर लीजिएगा.