National Family Health Survey: Population Control को लेकर अच्छी ख़बर, Muslim Community की भी घटी TFR
जब भी भारत की बड़ी समस्याओं की बात होती है तब जनसंख्या को एक बड़ी चिंता माना जाता है. गरीबी से बेरोज़गारी और महंगाई जैसी कई चीज़ों तक का ठीकरा जनसंख्या के ऊपर फोड़ा जाता है. अगर आप भी जनसंख्या को देश की बड़ी समस्याओं का कारण मानते हैं तो आपके लिए अच्छी ख़बर है. देश में फर्टिलिटी रेट पहले की तुलना में और घट गई है. इसके अलावा राजनीतिक हलकों में अक्सर मुस्लिम आबादी को लेकर भी कई तरह की बातें चलती हैं. सोशल मीडिया पर भी भारत में मुसलमानों की आबादी को लेकर तरह-तरह की थ्योरीज़ चलती रहती हैं. ऐसे में स्वास्थ्य मंत्रालय के एक सर्वे के जो ताज़ा आंकड़े सामने आए हैं वो भारत में आबादी को लेकर एक अलग तरह की तस्वीर पेश करती है. सिर्फ मुस्लिम समुदाय ही नहीं, भारत में तमाम धर्म की महिलाएं पहले की तुलना में कम बच्चों को जन्म दे रही हैं. ये जानकारी नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे में निकलकर सामने आई है. इससे जुड़ा पांचवां सर्वे हाल ही में जारी हुआ है. इसके पहले जो चौथा सर्वे था वो 2015-16 में हुआ था. इस सर्वे में ये बात निकलकर सामने आई है कि मुस्लिम समुदाय के फर्टिलिटी रेट में सबसे ज़्यादा बदलाव देखने को मिला है.