एकनाथ शिंदे की बातें मानना अब BJP के लिए जरूरी या मजबूरी?
महाराष्ट्र के चुनावी नतीजों की तारीख यानी कि 23 नवंबर 2024 को जो सवाल पूरी दुनिया के सामने था कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा, 10 दिन के बाद भी वो सवाल अनुत्तरित ही है. 10 दिन के बाद भी तय नहीं हो पाया है कि महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री कौन होगा. और इसकी वजह कोई और नहीं सिर्फ और सिर्फ एकनाथ शिंदे हैं, जिन्होंने भले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस में एलान कर दिया कि मुख्यमंत्री बीजेपी का होगा, भले ही वो कहते रह गए कि शिवसेना शिंदे की वजह से सरकार गठन में कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन असल में दिक्कत शिंदे ही हैं. सवाल है कि क्यों. जब बीजेपी खुद ही 132 सीटें जीत चुकी है, जब अजित पवार सीधे तौर पर बीजेपी और खास तौर से देंवेंद्र फडणवीस को समर्थन दे ही चुके हैं तो आखिर शिंदे के पास ऐसा क्या है कि बीजेपी उनकी हर बात मानने को तैयार है. शिंदे की बात मानना बीजेपी के लिए जरूरी है या फिर इस सरकार के लिए शिंदे मजबूरी हैं, आखिर क्या है शिंदे की सियासी ताकत, जिसके सामने मोदी और शाह भी झुकते दिख रहे हैं, बता रहे हैं अविनाश राय.