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कोरोना वैक्सीन हराम है या हलाल, इस्लामिक देशो में क्यों हो रही बहस?
कोरोना की वैक्सीन का इस्तेमाल अभी कुछ ही देशों में शुरू हुआ है, लेकिन इसको लेकर मुस्लिम देशों में एक नई बहस शुरू हो गई है. इस्लाम को मानने वाले लोग जहां-जहां भी हैं, वहां बहस इस बात पर है कि ये वैक्सीन इस्लाम के लिहाज से हराम है कि हलाल. इसको हराम इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि कुछ जगहों पर ये बात सामने आई है कि वैक्सीन को बनाने में पोर्क जिलेटिन का इस्तेमाल किया गया है. भारत में भी इसको लेकर बहस चल रही है. हालांकि यहां भी लोग दो धड़ों में बंटे हुए हैं. एक पक्ष का मानना है कि अगर पोर्क का इस्तेमाल हुआ है तो हराम है. वहीं दूसरा पक्ष कहता है कि अगर जान बचाने के लिए कोई दूसरा तरीका नहीं है तो फिर इस्तेमाल किया जा सकता है. वीडियो में देखिए पूरा मामला और समझिए इस्लाम के लिहाज से वैक्सीन का भविष्य.
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