Manipur में Suspension of Operation SOS टूटने से फिर बढ़ेगी Insurgency क्या करेंगे PM Modi-Amit Shah
मणिपुर में पिछले ही साल चुनाव हुए थे. और इस चुनाव से ठीक पहले देश के गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक कुकी समस्या को हल करने का वादा किया था. 2027 की डेडलाइन भी दी थी. इसके लिए कुकी उग्रवादी गुटों ने भी गृहमंत्री अमित शाह और बीजेपी का साथ दिया. नतीजे आए तो बीजेपी की सरकार भी बन गई. एन बीरेन सिंह वहां के मुख्यमंत्री भी बन गए. लेकिन एक साल के अंदर ही गृहमंत्री अमित शाह के किए इस वादे को मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने तोड़ दिया है. और तोड़ दिया है वो समझौता जो हुआ तो मनमोहन सिंह सरकार के वक्त में था लेकिन मोदी सरकार ने भी उसे आगे ही बढ़ाया और उसी के दम पर गृहमंत्री अमित शाह ने मणिपुर के लोगों से वादा भी किया था. तो आखिर वो समझौता क्या था, इस समझौते के टूटने का मणिपुर समेत पूरे पूर्वोत्तर भारत पर असर क्या होगा और क्या इस समझौते के टूटने से मणिपुर में एक बार फिर से उग्रवादी ताकतों को सिर उठाने का मौका मिल सकता है, देखिए पूरी कहानी अविनाश राय के साथ