ममता बनर्जी के ठाकरे-शरद पवार से मुलाकात के मायने क्या, महाराष्ट्र तक दायरा बढ़ाएगी टीएमसी
ममता बनर्जी महाराष्ट्र के दौरे पर हैं. वहां उन्होंने शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे से मुलाकात की है. सियासत के दिग्गज खिलाड़ी शरद पवार से मुलाकात की है. और मंदिरों के दर्शन कर अपनी मुस्लिम तुष्टिकरण वाली छवि से भी निजात पाने की कोशिश की है. ममता जय मराठा-जय बांग्ला का नारा भी दे रही हैं. तो क्या ममता बनर्जी की इस कोशिश को इस तौर पर देखा जाए कि वो गैर कांग्रेसी विपक्ष का सबसे बड़ा चेहरा बनने की कवायद में जुटी हैं, जिसके लिए उन्हें शिवसेना और एनसीपी जैसे दलों का भी समर्थन ज़रूरी होगा. हालांकि कांग्रेस की चिंता भी इस वक्त बीजेपी से ज्यादा टीएमसी की है, क्योंकि फिलहाल टीएमसी ने कांग्रेस को लगातार बड़ा नुकसान पहुंचाया है और उसके बड़े नेताओं को अपने पाले में खींच लाई हैं. ममता बनर्जी के मुंबई दौरे की सियासी अहमियत को समझने की कोशिश कर रहे हैं जीतेंद्र दीक्षित.