ये सिग्नेचर नहीं करते तो ज़िंदा होते राजीव गांधी!
अविनाश राय, एबीपी न्यूज़
Updated at:
29 Jul 2024 07:28 PM (IST)
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View In Appइतिहास गवाह है कि आज से ठीक 37 साल पहले राजीव गांधी ने एक हस्ताक्षर करने से इन्कार कर दिया होता तो वो शायद आज भी जिंदा होते. लेकिन बतौर प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 29 जुलाई के दिन एक समझौता किया, उसपर हस्ताक्षर किए औऱ वो हस्ताक्षर इतना भारी पड़ गया कि चुनाव प्रचार के दौरान श्रीपेरंबदूर पहुंचे राजीव गांधी की बम धमाके में हत्या कर दी गई. इतिहास गवाह है के इस खास एपिसोड में बात श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में हुए उसी हस्ताक्षर की, जिसने प्रभाकरण के संगठन लिट्टे को उकसाया और उसने राजीव गांधी की हत्या की पूरी स्क्रिप्ट तैयार कर दी.