राम मंदिर: अब मथुरा-काशी बनेगा यूपी चुनाव 2022 का मुद्दा, जन्माष्टमी के बहाने हवा दे रही बीजेपी?
अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के दौरान एक नारा उछला था कि अयोध्या तो झांकी है, काशी-मथुरा बाकी है. इस नारे को तब उतनी तवज्जो नहीं मिली, लेकिन अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू होने के साथ ही ये नारा और भी जोर से उछलने लगा है. इस बार बीजेपी इस नारे को धार दे रही है ताकि 2022 में माहौल को बनाया जा सके. शायद यही वजह है कि जन्माष्टमी के मौके पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कृष्ण जन्मभूमि पहुंचते हैं और बीजेपी के राज्य सभा सांसद मथुरा और काशी के मंदिरों से लगे मस्जिदों की फोटो ट्विट कर कहते हैं कि उनके दिल में कांटा सा चुभता है. ये मामला अब अदालत की चौखट पर भी पहुंच गया है. और बीजेपी को उम्मीद है कि जैसे अयोध्या को चुनावी मसला बनाया गया और उसे भुनाया गया, ठीक उसी तरह से काशी और मथुरा को भी आने वाले दिनों में मुद्दा बनाया जा सकता है. कृष्ण जन्माष्टमी के बहाने यूपी की इस सियासत को समझाने की कोशिश कर रहे हैं राजनीतिक संपादक पंकज झा.





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