भारत से दोस्ती क्यों चाहता है तालिबान, पाक-रूस-चीन पर क्या होगा असर, क्या फैसला लेंगे पीएम मोदी?
तालिबान बार-बार भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है. तालिबान बार-बार ये कह रहा है कि वो भारत से सांस्कृतिक रिश्ते रखना चाहता है, आर्थिक और कारोबारी रिश्ते रखना चाहता है. लेकिन सवाल है कि क्या भारत तालिबान पर भरोसा कर सकता है या फिर उसकी बातों पर कोई ध्यान ही नहीं देना चाहता है. आखिर क्यों तालिबान बार-बार भारत को एशिया महाद्वीप की एक बड़ी शक्ति के तौर पर देख रहा है और उसका जिक्र कर रहा है. इसकी बड़ी वजह है कारोबार, जो करीब 9 हजार करोड़ का है. इसके अलावा गैस पाइप लाइन से लेकर ईरान के चाबहार पोर्ट तक की ज़रूरत तालिबान को है. साथ ही भारत जो प्रोजेक्ट्स अफगानिस्तान में चला रहा है, उनको पूरा करने के लिए तालिबान को भारत से अच्छे रिश्ते रखने होंगे. लेकिन क्या भारत तालिबान पर भरोसा करेगा या फिर तालिबान अब भी वही पुराना खूंखार आतंकी संगठन है, जिसे भारत मान्यता नहीं देगा. आखिर भारत और तालिबान के रिश्ते कैसे होंगे, बता रहे हैं कार्यकारी संपादक विजय विद्रोही.