इस राज्य के 11 जिलों में खुलेंगे आंगनवाड़ी केंद्र, ऐसे कर सकते हैं आवेदन
Anganwadi Kendra In Jharkhand: प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान के तहत झारखंड सरकार द्वारा राज्य के 11 जिलों में आदिवासियों को लाभ मिलेगा. इन जिलों में खोले जाएंगे आंगनबाड़ी केन्द्र.
Anganwadi Kendra In Jharkhand: भारत सरकार द्वारा देश के नागिरकों के लिए बहुस सी योजनाएं चलाई जाती हैं. इसमें से ज्यादातर योजनाएं गरीब जरूरतमंदों के लिए होती है. केन्द्र सरकार द्वारा प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान चलाई जाएगी. यह योजना खास तौर पर कमज़ोर जनजातीय समूहों की सामाजिक-आर्थिक स्थितियों को बेहतर बनाने के लिए शुरू की गई है.
इसके तहत झारखंड सरकार ने हाल ही में राज्य के जनजाति बहुल इलाकों में 91 नये आंगनबाड़ी केन्द्र खोलो जाएंगे. यह राज्य के कुल 11 जिलों में खोले जाएंगे. जिसके लिए 40 प्रतिशत खर्चा राज्य सरकार उठाती तो वहीं 60 प्रतिशत खर्चा केन्द्र सरकार उठाएगी. चलिए जानते हैं किन जिलों में खोले जाएंगे यह आंगनबाड़ी केन्द्र.
इन जिलों में खोले जाएंगे आंगनबाड़ी केन्द्र
प्रधानमंत्री जनजाति आदिवासी न्याय महा अभियान के तहत झारखंड सरकार द्वारा राज्य के 11 जिलों में आदिवासियों को लाभ मिलेगा. सरकार द्वारा आदिवासी बहुल इलाकों में आंगनवाड़ी केन्द्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा मिलकर खोले जाएंगे. यह आंगनबाड़ी केन्द्र लातेहार, रांची, लोहरदगा, चतरा, दुमका, पलामू, जामताड़ा, सरायकेला खरसावां पूर्वी सिंहभूम तथा पश्चिमी सिंहभूम में खोले जाएंगे.
इन सभी केंद्रो में एक-एक सेविका और एक-एक सहायिका की नियुक्ति की जाएगी. हर साल इन 91 केंद्रों के सरकार द्वारा 1.64 करोड़ रुपये खर्च किये जाएंगे. सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शुरूआत में इन आंगनवाड़ी केन्द्रों को किराये पर चलाया जाएगा. इसके बाद आंगनबाड़ी केन्द्रों के लिए नए भवनों का निर्माण करवाया जाएगा. इसके साथ ही झारखंड में सरकार ने प्रदेश में चलाये जा रहे सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में सिलेंडर रिफिलिंग के लिए भी राशि देने की घोषणा की है.
आंगनबाड़ी केन्द्रों में मिलेगी यह सुविधाएं
आंगनबाड़ी में महिलाओं को बच्चों के जन्म से लेकर 10 साल तक हर महीने 2,500 रुपये दिए जाते हैं. इसके अलावा, गर्भवती महिलाओं को हर महीने 3 किलो गेहूं और 1 किलो चने की दाल दी जाती है. तो वहीं बच्चों को 2 किलो गेहूं और 1 किलो चने की दाल दी जाती है. इसके साथ ही आंगनबाड़ी में बच्चों के लिए डे केयर की व्यवस्था भी होती है.
6 महीने से ज़्यादा उम्र के बच्चों काम करने वाली मांएं यहां छोड़कर काम करने जा सकती हैं. 2 से 10 साल के बच्चों के लिए प्राथमिक और मांटेसरी शिक्षा की व्यवस्था भी आंगनबाड़ी केन्द्रों द्वारा की जाती है. तो इसके अलावा आंगनबाड़ी में टीकाकरण और हेल्थ जांच की सुविधा भी उपलब्ध होती है. इसके साथ ही बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र में पोषण आहार की भी पूरी व्यवस्था की जाती है.
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