Aadhaar Card Without Biometric: आधार कार्ड का इस्तेमाल देशभर के करोड़ो लोग कर रहे हैं, इससे आप गैस कनेक्शन से लेकर बैंक खाता तक खुलवा सकते हैं. ये एक सरकारी डॉक्यूमेंट है, जिसे आप अपने एड्रेस या बर्थ प्रूफ के तौर पर कहीं भी इस्तेमाल कर सकते हैं. आधार कार्ड को लेने से कोई भी इनकार नहीं कर सकता है. इसमें हाथों की सभी उंगलियों और आंखों की रेटीना का डेटा होता है. इसे बायोमेट्रिक्स डेटा कहा जाता है. लेकिन अगर किसी की हाथ की उंगलियां नहीं हैं और आंखों से भी अंधा है तो ऐसे में उसका आधार कैसे बन सकता है? आज हम आपको यही बताने जा रहे हैं. 


बिना बायोमेट्रिक्स के कैसे बनता है आधार?
दरअसल जब भी किसी ऐसे व्यक्ति का आधार कार्ड बनाया जाता है तो उसे एक खास फॉर्म भरने के लिए दिया जाता है, जिसे बायोमेट्रिक्स एक्सेप्शनल फॉर्म कहा जाता है. यानी ऐसा शख्स जिसके बायोमेट्रिक्स नहीं लिए जा सकते हैं. हाथ की उंगलियां और आंखें नहीं होने पर बिना बायोमेट्रिक्स के भी आधार बनवा सकते हैं और ये उसी तरह से वैध होगा जैसा बाकी आधार कार्ड होते हैं.


देने होंगे ये दस्तावेज 
अगर कोई शख्स ऐसा है तो उसे सबसे पहले आधार सेंटर पर लेकर जाएं, इसके बाद आपको वहां एक एड्रेस प्रूफ, एक प्रूफ ऑफ आइडेंटिटी और डेट ऑफ बर्थ सर्टिफिकेट देना होगा. आधार सेंटर पर ही आपको एक्सेप्शनल फॉर्म भी मिलेगा. इसके बाद उस शख्स का आधार बनकर तैयार हो जाएगा. इस बात का ध्यान रहे कि आधार कार्ड बनाने के लिए कोई भी फीस नहीं लगती है. आधार से जुड़ी ज्यादा जानकारी के लिए आप आधार हेल्पलाइन नंबर 1947 पर कॉल कर सकते हैं. 


आधार भारत के लोगों के लिए जारी किया जाने वाला एक आइडेंटिफिकेशन नंबर है. इसके लिए सिर्फ एक ही बार आवेदन करना होता है. आधार में किसी वर्ग विशेष या फिर उम्र के लोगों के लिए कोई नियम नहीं है. यानी किसी भी वर्ग या समुदाय के लोग आधार कार्ड बनवा सकते हैं, साथ ही बच्चों का भी आधार बन सकता है. एक बार आधार नंबर मिलने के बाद यही जीवनभर के लिए मान्य होगा.


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