जिन लोगों के पास आधार नहीं वे कैसे बनवा सकते हैं आभा कार्ड? जान लें इसका पूरा प्रोसेस
ABHA Card Process: आयुष्मान भारत योजना के तहत भारत सरकार देश आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट कार्ड यानी आभा कार्ड भी बना रही है. जिन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है वह भी आभा कार्ड बनवा सकते हैं.
ABHA Card Process: भारत सरकार देश के लोगों के लिए बहुत सारी योजनाएं चलाती है. सरकार की इन योजनाओं का देश के अलग-अलग लोगों को लाभ मिलता है, सरकार की ज्यादातर योजनाएं देश के गरीब जरूरतमंद लोगों के लिए होती है. स्वास्थ्य सभी के जीवन का एक बेहद जरूरी पहलू होता है. इसी को देखते हुए भारत सरकार ने साल 2018 में प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना शुरू की थी.
इस योजना के तहत भारत सरकार देश के गरीब जरूरतमंद लोगों को 5 लाख रुपये तक का फ्री इलाज करने का मौका देती है. आयुष्मान भारत योजना के तहत भारत सरकार देश आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट कार्ड यानी आभा कार्ड भी बना रही है. जिन लोगों के पास आधार कार्ड नहीं है, वह भी आभा कार्ड बनवा सकते हैं. क्या होगी इसके लिए पूरी प्रोसेस चलिए आपको बताते हैं.
बिना आधार ऐसे बनवाएं आभा कार्ड
आभा कार्ड बनवाने के लिए आपके पास आधार कार्ड होना जरूरी होता है. आधार कार्ड की मदद से आप बड़ी ही आसानी के साथ आभा कार्ड बनवा सकते हैं. लेकिन कई लोगों के पास आधार कार्ड नहीं होता. अगर आपके पास भी आधार कार्ड नहीं है. तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है. आप फिर भी आभा कार्ड बनवा सकते हैं. इसके लिए सबसे पहले आपको आभा कार्ड की आधिकारिक वेबसाइट https://abha.abdm.gov.in/abha/v3/ पर जाना होगा.
वेबसाइट पर जाने के बाद आपको क्रिएट आभा नंबर पर क्लिक करना होगा. क्योंकि आपके पास आधार कार्ड नहीं है. तो आपको क्रिएट योर आभा नंबर यूजिंग ड्राइविंग लाइसेंस, यानी ड्राइविंग लाइसेंस का इस्तेमाल करके अपना आभा नंबर बनाएं पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आपको अपना मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा. उसके बाद आपको आगे की पूरी प्रोसेस कंप्लीट करनी होगी. आप इसके बाद आपका आभा कार्ड बनकर तैयार हो जाएगा.
यह भी पढ़ें: AQI हजार के पार और शादियों में जमकर हो रही आतिशबाजी, जानें इसे लेकर क्या है नियम
क्या होतेे हैं आभा कार्ड के फायदे?
आभा कार्ड को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट कार्ड कहा जाता है, यह एक डिजिटल हेल्थ कार्ड होता है. एक तरह से यह आपकी डिजिटल मेडिकल फाइल के तौर पर काम करता है. इसमें आपकी हेल्थ से जुड़ी सभी जानकारी दर्ज होती है. आपको कौन सी बीमारियां थीं, आपने पहले कहां इलाज करवाया है. आपका ब्लड ग्रुप से लेकर आप किन दवाइयों का सेवन कर रहे हैं. यह सब जानकारी भी इस कार्ड के भीतर इंक्रिप्टेड होती है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली मेट्रो में जा रहे हैं पहली बार, नहीं पता कहां से पकड़नी है कौन सी मेट्रो, तो यह ऐप आएगी काम
इसमें 14 डिजिट का एक यूनिक नंबर होता है. आधार कार्ड की तरह ही इसमें भी क्यूआर कोड होता है. अगर आपके पास आधार कार्ड मौजूद है तो आप अगर कहीं इलाज करवाने जाते हैं तो आपको अपनी मेडिकल फाइल साथ नहीं ले जानी होगी. कोई भी डॉक्टर या अस्पताल और इसमें मौजूद क्यूआर कोड स्कैन करके आपकी प्रीवियस मेडिकल हिस्ट्री चेक कर सकता है.
यह भी पढ़ें: पीएम आवास योजना की लिस्ट में नहीं आ रहा है नाम? जान लें कैसे करना है आवेदन