देशभर में चिलचिलाती गर्मी ने लोगों की नाक में दम करके रख दिया है. इस झुलसती गर्मी में लोगों के पास एसी, कूलर और पंखों का सहारा है. पिछले दिनों गर्मी के चलते एसी में ब्लास्ट की खबरें सामने आई हैं. हाल ही में जयपुर में एसी के फटने से कमरे में सो रहे एक कपल की मौत हो गई थी. इतनी भीषण गर्मी में लोगों का सहारा सिर्फ एसी ही है. तो क्या आपको इन घटनाओं के चलते एसी का सहारा लेना छोड़ देना चाहिए? ऐसा बिल्कुल भी नहीं है, आज हम आपको कुछ ऐसी सावधानियां और तरीके बताने जा रहे हैं जिससे आप अपने एसी को फटने से बचा सकते हैं.


इन चीजों को करें रोजाना चेक


1- एसी का मोड की सही से काम कर रहा है या नहीं


2-एसी का वायर, कहीं गर्मी के कारण फैलाव तो नहीं ले रहा है.


3- एसी के कंप्रेशर का तापमान, ज्यादा दिखे तो फौरन एसी बंद कर दें


3- एसी से आने वाली कोई भी अजीब आवाज जो परेशानी का कारण बन सकती है.


4- एसी से निकलने वाले पानी का मात्रा, अगर घट रही है तो दिक्कत आ सकती है


इस टेम्प्रेचर पर चलाएं एसी


वैसे तो एसी घर की जरूरत बनती जा रही है. लेकिन कई लोग लापरवाही करते हैं, जिसकी वजह से AC में धमाका होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं कि आपकी किन गलतियों की वजह से एसी फट सकता है.. आपको एसी का तापमान काफी सोच समझकर सेट करना चाहिए क्योंकि इसका सीधा असर एसी की परफॉर्मेंस पर पड़ता है. कई बार ज्यादा कूलिंग की वजह से हम तापमान कम कर देते हैं, जिससे कंप्रेसर पर दबाव बढ़ जाता है. इससे आपको कूलिंग तो ज्यादा मिल सकती है, लेकिन रिस्क भी हमेशा आपके साथ रहेगा. जब कंप्रेसर पर दबाव बढ़ेगा तो आउटडोर से ज्यादा गर्मी भी निकलेगी. ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक, आपको 24 डिग्री सेल्सियस से नीचे एसी नहीं चलाना चाहिए. 


इन बातों का रखें ख्याल और इन चीजों को चेक करते रहें


एसी को कभी भी लंबे वक्त तक नहीं चलाना चाहिए, लंबे वक्त तक चलाने से एसी के कंप्रेशर पर जोर पड़ता है और वो हीट की वजह से गर्म होने लगता ह, जिससे इसके फटने की संभावना बढ़ जाती है. ऐसे में समय समय पर एसी की सर्विस करवाते रहें जिससे आपको इसमें होने वाली दिक्कतों की जानकारी रहेगी. एसी को हमेशा 24 या इससे ऊपर के तापमान पर ही चलाएं जिससे कंप्रेशर पर लोड कम आएगा. याद रहे की एसी के तारों को ऐसी जगह से निकालें जहां धूम और गर्मी एक दम ना के बराबर हों. भीषण गर्मी में तारों के पिघल जाने से शॉर्ट सर्किट होने की संभावना रहती है, जिससे एसी आग पकड़ सकता है. इसलिए आपको चाहिए  कि एसी के तारों को आप एंटी फायर कवर से ढंककरके रखें जिससे उनमें आग लगने का खतरा कम हो जाए. इसके अलावा अगर एसी रुक रुक कर हवा फेंक रहा है तो यह भी खराब कंप्रेशर के संकेत हैं, ऐसी कोई गड़बड़ दिखे तो तुरंत सर्विस सेंटर पर इसकी सूचना दें. आपको चाहिए की समय समय पर एसी की देखरेख के लिए केयर टेकर से जानकारी लेते रहें. एसी को सोने से आधे घंटे पहले चालू करें और इसे 24 से 28 तापमान के बीच ही चलाएं. एसी का मोड सिस्टम भी आप बार बार चेक करते रहें, मोड का काम ना करना भी कंप्रेशर में दिक्कत का कारण बन सकती है. एसी में फ्रीओन गैस होती है जो कि हवा को ठंडा करती है, सर्विस के दौरान इसके लीकेज और इसकी मात्रा को भी चेक करवाते रहें.


लंबे समय तक एसी चलाना भी काफी खतरनाक साबित होता है. लंबे समय तक चलते रहने से इसका लोड बढ़ जाता है और इसके पार्ट्स काफी गर्म हो जाते हैं, जिससे एसी में धमाका होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में जरूरी है कि एसी को सामान्य तरीके से चलाएं और जरूरत ना पड़ने पर इसे बंद कर दें. 


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