Agniveer Reservations In Jobs: भारतीय सेना दुनिया की ताकतवर सेनन से एक मानी जाती है. भारतीय सेना में फिलहाल 10 लाख से भी ज्यादा सक्रिय जवान है. भारतीय सेना दुनिया की चौथी सबसे बड़ी सेना है, भारत से ऊपर इस मामले में अमेरिका, रूस और चीन है. 14 जून साल 2022 को भारतीय सेना में बड़ा बदलाव लागू हुआ. भारतीय सेना में अग्नि वीर स्कीम लागू कर दी गई.


इस योजना के तहत थल सेना, नौसेनास वायु सेवा में शामिल होने वाले नाॅन ऑफिसर रैंक जवानों में 75 फीसदी जवानों की सेवा मात्र 4 साल के लिए होती है. इस योजना के तहत भर्ती होने वाले 25% जवानों को ही पूरी सर्विस करने का मौका दिया जाता है. सरकार ने अब अग्नि वीरों के लिए बाकी नौकरियों में आरक्षण का ऐलान कर दिया है चलिए आपको बताते हैं. की नौकरियों में अग्नि वीरों को मिलेगा आरक्षण.  


नौकरियों में अग्नि वीरों को मिलेगा आरक्षण


भारतीय सरकार द्वारा पूर्व अग्नि वीरों के लिए अब नौकरियों में कुछ सीटें पहले से ही आरक्षित होंगी. सरकार के फैसले से हजारों अग्नि वीरों को लाभ होगा. सरकार द्वारा दिए गए फैसले के तहत केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ़), केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ़),  रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ़), सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और  सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ़) जैसी नौकरियों में अग्नि वीरों को आरक्षण दिया जाएगा. इसके साथ ही रिटायर होने के बाद अगर कोई अग्नि वीर इन नौकरियों में अप्लाई करता है तो उम्र के साथ-साथ उसे फिजिकल टेस्ट में भी छूट दी जाएगी. 


10 फीसदी सीटें रहेंगी सुरक्षित


अब भारतीय सेना से रिटायर होने वाले अग्नि वीरों को केंद्रीय सुरक्षा बलों की भर्ती में छूट दी जाएगी. केंद्रीय सुरक्षा बलों की भर्ती में अग्नि वीरों के लिए 10% सीटें सुरक्षित रहेंगी. पहले के मैच में 5 साल की छूट दी जाएगी तो वहीं बात के बैच में 3 साल की छूट दी जाएगी इसके साथ ही पेट यानी फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट में भी छूट दी जाएगी. सभी केंद्रीय सुरक्षा बलों की ओर से भी  इस फैसले को लागू करने के लिए मंजूरी दे दी गई है. 


क्या है अग्निवीर योजना?


भारत सरकार द्वारा साल 2022 में अग्नि वीर योजना को लागू किया था, इसके तहत भारतीय थल सेना, वायु सेवा और नौसेना में जवान, एयरमैन और नाविक जैसे पदों पर इसी योजना के तहत भर्ती की जाती है. पहले से चल रही प्रक्रिया है खत्म कर दी गईं हैं. योजना के तहत भर्ती होने वाले जवानों में से सिर्फ 25 फ़ीसदी जवानों को ही पूरी सर्विस करने का मौका मिलता है. 75 फीसदी जवान 4 साल बाद रिटायर हो जाते हैं. जिन्हें रिटायरमेंट पर 11.71 लाख रुपये फंड के तौर पर दिए जाते हैं. जो अग्नि वीर 4 साल बाद रिटायर होते हैं. उनके लिए को पेंशन का प्रावधान नहीं है.


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