Atal Pension Yojana: लोगों को नौकरी करते वक्त ही अपने रिटायरमेंट की चिंता होने लगती है. इसीलिए लोग सेविंग्स के पूरे प्लान बनाकर चलते हैं. ताकि रिटायरमेंट के वक्त उन्हें किसी और पर आश्रित ना रहना पड़े. भारत सरकार देश के लोगों के लिए इस तरह की कई स्कीम चलाती है. जिसमें निवेश करने से लोगों को अपने रिटायरमेंट के वक्त की चिंता करने की जरूरत नहीं पड़ती.


भारत सरकार द्वारा ऐसी एक योजना चलाई जाती है जिसका नाम अटल पेंशन योजना. 9 मई साल 2015 में शुरू हुई इस योजना का लाभ भारत के करोड़ों लोग उठा रहे हैं. अटल पेंशन योजना में बेहद मामूली रकम का योगदान देना होता है. और 60 साल बाद हर महीने 5000 रुपये तक की पेंशन प्राप्त होती है. क्या है इसकी प्रक्रिया और कितना होता है प्रीमियम.  


इतना करना होता है निवेश


अटल पेंशन योजना में निवेश के आधार पर ही पेंशन की राशि तय होती है. यानी कोई जितनी जल्दी निवेश शुरू करता है. उसे उतना ही कम प्रीमियम देना होता है. 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक के लिए योजना में सामान्य तौर पर हर महीने 42 रुपये से लेकर 200 रुपये प्रति महीने जमा करने होते हैं. अगर कोई लेट निवेश करता है तो फिर प्रीमियम की राशि बढ़ जाती है.  यानी कि अगर कोई 40 की उम्र के बाद इसमें इन्वेस्टमेंट शुरू करता है तो उसे 291 रुपये से लेकर 1454 रुपये प्रति महीने जमा करने होते हैं. तब जाकर उसे 1000 रुपये से लेकर 5000 रुपये तक की पेंशन मिलती है. 


कौन कर सकता है योजना में निवेश?


अटल पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थियों को भारत का नागरिक होना जरूरी है. आवेदक की उम्र 18 साल से लेकर 40 साल तक के बीच होनी चाहिए. योजना में कम से कम 20 साल तक निवेश करनी जरूरी होती है. आवेदक के पास आधार कार्ड से जुड़ा बैंक खाता भी होना चाहिए. इसके साथ ही एक वैलिड मोबाइल नंबर भी होना चाहिए. 


कैसे कर सकते हैं आवेदन?


अटल पेंशन योजना में आवेदन ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही तरीकों से किया जा सकता है. ऑनलाइन आवेदन करने के लिए कोई भी अपने बैंक की नेट बैंकिंग प्रोफाइल के तहत अटल पेंशन योजना में खाता खोल सकता है. तो वहीं ऑफलाइन योजना में आवेदन करने के लिए अपने बैंक या फिर डाकघर जाना होगा जहां आपका सेविंग अकाउंट है वहां आपको योजना का फॉर्म भरना होगा. उसके साथ ही संबंधित दस्तावेजों की फोटो कॉपी भी जमा करनी होगी. बता दें इस योजना में आपको धारा 80C के तहत डेढ़ लाख तक टैक्स की बचत भी होती है. 


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