आयुष्मान कार्ड वाले लोगों की मदद करता है ये शख्स, हर अस्पताल में होती है तैनाती
लोगों के लिए सरकार ने हर अस्पताल में जिसमें आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाता है, आयुष्मान मित्र नियुक्त किए हुए हैं. जो मरीजों की हर संभव मदद करते हैं.
Ayushman Mitra: गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को मुफ्त इलाज उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार ने 23 सितंबर 2018 को झारखंड की राजधानी रांची से शुरू की थी. इसका पूरा नाम AB-PMJAY यानी आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना है. इसकी योजना के तहत देश के उन लोगों को 5 लाख रुपये तक का इलाज मुफ्त दिया जाता है, तो वहीं अब 70 साल से ज्यादा के लोगों को भी इस योजना का लाभ मिलने लगा है. इस योजना के लिए पात्र लोगों का आयुष्मान कार्ड बनाया जाता है, जिसके बिनाह पर योजना से जुड़े अस्पतालों में मरीज को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाता है.
लेकिन कई बार लोगों को इस कार्ड के बारे में सही जानकारी नहीं होती और वो इलाज के वक्त इधर उधर धक्के खाते हैं, बस ऐसे ही लोगों के लिए सरकार ने हर अस्पताल में जिसमें आयुष्मान योजना का लाभ दिया जाता है, आयुष्मान मित्र नियुक्त किए हुए हैं. आयुष्मान भारत योजना के तहत, अस्पतालों में मरीजों की मदद और योजना का सही तरीके से लाभ दिलाने के लिए आयुष्मान मित्रों की तैनाती की जाती है. इन लोगों की जिम्मेदारियों की एक लंबी चौड़ी फेहरिस्त से आपको हम रूबरू कराने जा रहे हैं.
आयुष्मान मित्रों की जिम्मेदारियां...
- मरीजों का मार्गदर्शन: मरीजों को योजना के तहत मिलने वाले लाभ, प्रक्रिया, और दस्तावेजों की जानकारी देना.
- दस्तावेज़ सत्यापन: मरीजों के आयुष्मान कार्ड और अन्य जरूरी दस्तावेजों की जांच और सत्यापन करना.
- पंजीकरण प्रक्रिया: योजना के तहत मरीज का पंजीकरण करवाना और अस्पताल में भर्ती होने की प्रक्रिया को आसान बनाना.
- समस्याओं का समाधान: मरीजों और उनके परिवार की समस्याओं को हल करना और उन्हें सही जानकारी देना.
- अस्पताल प्रबंधन से तालमेल: योजना से जुड़ी प्रक्रिया को सुचारू रूप से पूरा करने के लिए अस्पताल प्रबंधन के साथ काम करना.
- ये आयुष्मान मित्र संबंधित अस्पतालों में या हेल्पडेस्क पर तैनात रहते हैं, ताकि जरूरतमंद लोगों को बिना किसी परेशानी के सेवा मिल सके.
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कब हुई थी शुरुआत?
आपको बताते चलें कि आयुष्मान मित्र भी भारत सरकार की एक योजना है जिसके तहत सरकार पढ़े लिखे बेरोजगार लोगों को रोजगार उपलब्ध कराती है. सरकार ने प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान मित्रों की तैनाती की हुई है. इसकी शुरुआत भी 2018 से की गई थी, सरकार ने दावा किया था कि योजना के पहले ही साल 20 हजार आयुष्मान मित्रों की भर्ती की जाएगी. जिनका वेतन करीब 15 हजार रुपये प्रति महीना होगा. इसके अलावा आयुष्मान मित्रों को हर लाभार्थी पर 50 रुपये इंसेंटिव की भी घोषणा की गई थी.
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