Loan Tips: लोन पर कार खरीदने से पहले समझ लें ये बातें, वर्ना 10 लाख में पड़ेगी 5 लाख की कार!
Loan Tips: अगर आप भी लोन लेकर एक नई कार खरीदना चाहते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए. आइए कार लोन से जुड़ी आपके काम की कुछ जरूरी टिप्स जानते हैं.
Tips For Buying a Car On Loan : नई कार खरीदना किसी भी व्यक्ति की लाइफ में बहुत बड़ा खुशी का मौका होता है. कार खरीदने का अपना ये सपना ज्यादातर लोग लोन लेकर पूरा करते हैं. हालांकि, बहुत से लोग एकमुश्त पैसा देकर भी कार खरीद लेते हैं. सोसायटी में कार एक स्टेटस सिंबल और उपलब्धि का संकेत भी होती है. हालांकि, अपने सपने को साकार करने के लिए अब आपको ज्यादा इंतजार करने की जरूरत नहीं पड़ती है. आजकल कई बैंक और फाइनेंस कंपनियां आसान ब्याज दर पर आपको कार लोन उपलब्ध करा रही हैं. अगर लोन लेकर एक नई कार खरीद रहे हैं तो आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए, जिससे कि इस लोन की वजह से आपके लिए बाद में कोई मुसीबत न आए.।आइए जानते हैं लोन पर कार खरीदने से जुड़ी कुछ जरूरी टिप्स.
ब्याज की दर
कार लोन (Car Loan) के लिए आवेदन करते समय आपको ब्याज दर का सबसे ज्यादा ध्यान रखना चाहिए. ब्याज दर में एक मामूली सा अंतर भी आपको कार लोन पर बड़ा फायदा दिला सकता है. मुथूट फिनकॉर्प लिमिटेड जैसी कुछ फाइनेंस कंपनियां आजकल कम ब्याज दर पर कार लोन उपलब्ध करा रही हैं. हालांकि, कार लोन लेने से पहले आपको थोड़ी रिसर्च जरूर करनी चाहिए, ताकि सबसे कम ब्याज दर पर आपको लोन मिल सके.
हिडन चार्ज
आपके द्वारा भुगतान की जाने वाली कुल राशि केवल आपके कार लोन की ब्याज दर पर निर्भर नहीं होती है. दरअसल, लोन एग्रीमेंट में कई तरह के छिपे हुए शुल्क भी होते हैं, जो बाद में आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकते हैं. कुछ छोटी फाइनेंस कंपनियां समझौते के फाइन प्रिंट्स के भीतर कुछ अतिरिक्त शुल्क छिपाती हैं. इन छिपे हुए शुल्कों में प्रोसेसिंग शुल्क और अन्य शुल्क शामिल होते हैं. इसलिए यह जरूरी है कि लोन लेने से पहले आपको सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए. किसी ऐसे व्यक्ति से सलाह लें जो इन समझौतों के कानूनी पहलुओं को समझता हो.
लोन की अवधि
आम तौर पर कार लोन की अवधि 5 से 7 वर्ष के बीच होती है. हालांकि, आप अपने ऋणदाता को आवेदन करके कार्यकाल बढ़वा सकते हैं. अवधि बढ़ाने से मासिक ईएमआई (EMI) घट जाती है. जबकि, अवधि को कम करने पर मासिक ईएमआई भी बढ़ जाती है. तनाव कम होने के कारण मासिक ईएमआई कम करने के लिए कार्यकाल बढ़ाना काफी बढ़िया विकल्प होता है. हालांकि, इसमें आपको फाइनेंस कंपनी को कुछ अधिक ब्याज देना पड़ता है.
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