Dating Apps Scam Tips: पिछले कुछ सालों में इंटरनेट का कंजप्शन काफी ज्यादा बढ़ा है. अब लोग अपने लगभग सभी काम इंटरनेट का इस्तेमाल करके घर बैठे ही करने लगे हैं. पहले लोग बाहर जाते थे लोगों से मिलते थे दोस्तियां करते थे. लेकिन अब इसके लिए डेटिंग एप्स आ चुके हैं. किसी को भी कहीं जाने की जरूरत नहीं होती. घर बैठे ही लोगों के दोस्त बन जाते हैं. इनमें से कुछ दोस्तियां वाकई जेनुइन होती है तो वहीं कुछ होती हैं स्कैम.
क्योंकि डेटिंग एप्स पर कौन किस इरादे से आया होता है यह कोई नहीं जानता. पिछले कुछ समय में डेटिंग एप का इस्तेमाल करके बहुत से लोगों ने बहुत से लोगों के साथ फ्रॉड किया है. तो कई लोगों ने डेटिंग एप्स के सहारे संगीन अपराधों को अंजाम दिया है. चलिए आपको बताते हैं किस तरह आप डेटिंग एप्स के जाल में फंसने से बच सकते हैं.
प्यार के जाल में फंसा लोगों के साथ ठगी
डेटिंग एप्स का क्रेज आजकल युवाओं में काफी बढ़ चुका है. और खास तौर पर मेट्रो सिटीज में रहने वाले जेन जी जनरेशन के सभी लोगों के फोन में डेटिंग एप्स होते ही हैं. डेटिंग के लिए कई तरह के एप्स मार्केट में मौजूद है. जिनमें टिंडर,बंबल, हैपन आइल, एडवेंचर सीकिंग, बद्दू, जूस्क, मैच, वन्स, हगल, द लीग, ऑक्यूपिड और लेस्ली जैसे एप्स शामिल है. इन एप्स का इस्तेमाल करके युवा जहां ऑनलाइन अपना प्यार ढूंढते हैं. तो वहीं बहुत से ठग बाकायदा पूरे प्लान के साथ युवाओं को ठगने की प्लानिंग करते हैं. जिनमें लड़के-लड़कियां दोनों ही शामिल हैं.
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डेटिंग एप्स का इस्तेमाल इस्तेमाल करके सेक्सटॉर्शन ब्लैकमेलिंग और रेस्टोरेंट में मिलने बुलाकर उनसे अच्छा खासा बिल भरवाते हैं. कई बार देखा गया है कि लड़की ने लड़के को रेस्टोरेंट मिलने बुलाया होता है. और वहां दो-तीन चीज ऑर्डर करने पर ही रेस्टोरेंट वाला 50-60 हजार तक का बिल बना देता है. जब लड़का मन करता है तो उसे डरा धमका के उससे जबरन पैसे ले लिए जाते हैं.
किस तरह बचें ऐसे ठगों से
वैसे तो सोशल मीडिया का इस्तेमाल आज के समय काफी देखभाल कर करना चाहिए. वहीं अगर आप कोई डेटिंग एप का इस्तेमाल कर रहे हैं. तो उसमें आपको दोगुनी सावधानी बरतनी जरूरी होती है. क्योंकि बहुत से लड़के लड़कियां सिर्फ ठगने के मकसद से ही डेटिंग एप्स का इस्तेमाल करते हैं.
टिंडर जैसी कुछ डेटिंग एप्स लोगों की ऑथेंटिसिटी को चेक करने के लिए फेस वेरिफिकेशन के साथ आईडी वेरीफिकेशन भी करतीं हैं. ताकि लोगों पहचान साबित हो सके और कोई फर्जी अकाउंट ना चला सके. जिन ऐप्स में वेरिफिकेशन की सुविधा होती है. तो आप वहां वेरीफाइड प्रोफाइल्स से ही बातचीत करें.
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इसके अलावा पहले बातचीत में ही मिलने बुलाने पर मिलने न पहुंच जाएं. पहले बातचीत करें, नंबर एक्सचेंज करें, वीडियो कॉल करें और जब आपको पूरी तसल्ली हो जाए. उसके बाद ही आप मिलने जाएं. और अपनी तय जगह पर मिलने जाए. क्योंकि बहुत से केस में देखा गया है लड़कियां रेस्टोरेंट वालों के साथ मिली होती हैं. और मिलकर स्कैम को अंजाम दिया जाता है.
गलती से भी न्यूड फोटो न भेजें
आजकल डेटिंग एप्स पर थोड़ी बातचीत के बाद ही लड़के लड़कियां प्यार के नाम पर सारी हदें भूल जाते हैं. जिनका उन्हें बाद में न सिर्फ अफसोस होता है. बल्कि भारी नुकसान भी उठाना पड़ता है. कई बार लड़के-लड़कियां जो रिलेशनशिप में होते हैं. एक दूसरे को न्यूड फोटो भेज देते हैं. जिनका इस्तेमाल बाद में सेक्सटॉर्शन के लिए किया जाता है. इस बात को हमेशा ध्यान रखें कभी भी अपने न्यूड फोटो या सेमी न्यूड फोटो बिल्कुल ना भेजें.
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