Delhi Government Free Schemes For Senior Citizens: दिल्ली में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले सभी पार्टियों ने अपने-अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट भी जारी कर दी है. दिल्ली में फिलहाल आम आदमी पार्टी की सरकार है. और आम आदमी पार्टी इस बार सरकार बनाने की हैट्रिक लगाने की प्लानिंग में है. आज यानी 18 दिसंबर को आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के बुजुर्गों के लिए संजीवनी योजना शुरू करने का ऐलान किया है.


जिसमें दिल्ली के 60 साल से ऊपर गए सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा मिलेगी. बता दें दिल्ली सरकार इससे पहले भी बुजुर्गों के लिए कई चीजें मुफ्त में दे रही है. चलिए आपको बताते हैं दिल्ली सरकार की ओर से बुजुर्गों के लिए कौन-कौन सी योजनाएं चलाई जा रही हैं. 


तीर्थयात्रा के लिए देती है पैसे


दिल्ली सरकार ने राज्य के सीनियर सिटीजंस के लिए साल 2018 में फ्री तीर्थ यात्रा शुरू की है. इस योजना के जरिए दिल्ली में रहने वाले सीनियर सिटीजन को दिल्ली सरकार की ओर से फ्री में तीर्थ यात्रा करवाई जाती है. इस तीर्थ यात्रा योजना की ओर से तहत हर एक वरिष्ठ नागरिक को इस योजना का लाभ मिलता है. मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत 3 लाख रुपये तक की सालान आय वाले 60 साल की उम्र के बुजुर्ग इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. यात्रा के लिए पूरा खर्च दिल्ली सरकार की ओर से उठाया जाता है.


यह भी पढे़ं: नोएडा अथॉरिटी में बिना पैसों के नहीं हो रहा है काम? जानें कहां कर सकते हैं शिकायत


दिल्ली सरकार देती हैं बुजुर्गों को पेंशन


दिल्ली सरकार राज्य के बुजुर्गों को पेंशन भी मुहैया करवाती है. दिल्ली सरकार की ओर से इसके लिए ओल्ड एज पेंशन स्कीम चलाई जाती है. जिसमें दिल्ली के 60 साल से लेकर 69 साल तक के बुजुर्गों को सरकार की ओर से 2000 रुपये मंथली पेंशन के तौर पर दिए जाते हैं. तो वही 70 साल या उससे ज्यादा की उम्र के बुजुर्गों को 2500 रुपये की मंथली पेंशन दी जाती है .


यह भी पढे़ं: नंबर प्लेट पर लिखवाया अजीबोगरीब स्लोगन: जानिए-क्या होगा फाइन


मुफ्त इलाज स्कीम


दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के समाचार केजरीवाल ने आज यानी 18 दिसंबर को दिल्ली के बुजुर्गों के लिए एक मुफ्त इलाज योजना शुरू की है. इस योजना का नाम है संजीवनी योजना. जिसमें 60 साल या उससे ज्यादा की उम्र के सभी बुजुर्गों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जाएगी. इसके लिए सरकार ने किसी तरह की कोई लिमिट तय नहीं है. 


यह भी पढे़ं: अपनी कार पर जाट, गुर्जर, राजपूत या हिंदू लिखवा सकते हैं आप? जान लीजिए नियम