Delhi-Meerut Rapid Rail: दिल्ली मेरठ रूट पर इसी महीने दौड़ेगी रैपिड रेल, 160 km की होगी स्पीड, जानें अन्य डिटेल
Rapid Rail: दिल्ली मेरठ रैपिड रेल के 17 किलोमीटर तक का काम पूरा हो चुका है. इस दूरी के बीच पांच स्टेशनों को भी तैयार कर लिया गया है. अब इसी महीने इसे चलाने का प्लान है.

Delhi-Meerut Rapid Rail: दिल्ली से मेरठ के बीच शुरू हो रही भारत की पहली रैपिड रेल RAPIDX की शुरुआत इस महीने हो जाएगी. यह ट्रेन पहले 17 किलोमीटर के लिए चलाई जाएगी. बाद में इसे बाकी के दूरियों के लिए संचालित किया जाएगा. 17 किलोमीटर के रूट पर पांच स्टेशन होंगे.
इकनॉमिक टाइम की रिपोर्ट के मुताबिक 17 किलोमीटर के रूट पर काम पूरा हो चुका है. वहीं पांचों स्टेशनों पर भी काम पूरा किया जा चुका है और इसे इसी महीने चलाने का प्लान किया जा रहा है. 17 किलोमीटर के रैपिड रेल पर पांच स्टेशन साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई और दुहाई डिपो होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन
यह हिस्सा दिल्ली-मेरठ रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) परियोजना का हिस्सा है. रैपिड रेल सेवा के विकास की देखरेख कर रहे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह मेट्रो रेल सुरक्षा आयुक्त (सीएमआरएस) से सुरक्षा मंजूरी मिल गई है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही इस रेल को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे.
कितनी होगी रैपिड रेल की स्पीड
दुहाई डिपो तक चलने वाली इस ट्रेन की स्पीड 160 किमी प्रति घंटे होने की उम्मीद है. यह देश की पहली रेलवे सिस्टम होगा, जिसे इतनी तेज गति से पूरी लंबाई में परिचालन के लिए खोला जा रहा है.
बाकी रूटों पर कहां तक काम
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, साहिबाबाद से मेरठ साउथ स्टेशन तक 42 किलोमीटर लंबा पुल भी पूरा हो चुका है. एक अधिकारी ने कहा कि दुहाई डिपो के बाद 25 किलोमीटर लंबा हिस्सा इसके बाद शुरू किया जाएगा. यहा चार स्टेशन मुरादनगर, मोदीनगर दक्षिण, मोदीनगर उत्तर और मेरठ दक्षिण हैं.
कबतक पूरे रूट पर दौड़ेगा रैपिड रेल
रैपिड रेल बनाने का काम जून 2019 में शुरू किया गया था. एक अधिकारी ने कहा कि मेरठ में मेट्रो सेवाओं के साथ पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर का चालू होना जून 2025 में तय किया गया है. यह कुल 30,274 करोड़ की अनुमानित लागत से तैयार किया जाएगा. आरआरटीएस को एशियाई विकास बैंक (एडीबी), एशिया इंफ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (एआईआईबी) और न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) की ओर से फंडिंग की गई है.
इतने यात्री करेंगे सफर
सरकार की ओर से अनुमान लगाया गया है कि इससे हर दिन 800,000 यात्री सफर करेंगे. हालांकि इतनी ज्यादा भीड़ के बावजूद यात्री से राजस्व बाधित रहने की उम्मीद है. किराया के साथ ही कई और चुनौतियां सामने आ सकती हैं.
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