दिल्ली में रहने वालों के लाखों रुपये के पानी के बिल कैसे हो जाएंगे माफ? जानें क्या है वन टाइम सेटेलमेंट
One Time Settlement Scheme: दिल्ली में सरकार हर परिवार को 20 हजार लीटर पानी प्रति महीने मुफ्त देती है. यानी जो लोग इतना ही पानी खर्च करेंगे, उनका पानी का बिल नहीं आएगा.
One Time Settlement Scheme: चुनावी मौसम से पहले मुफ्त बिजली को लेकर तमाम तरह की खबरें सामने आ रही हैं, केंद्र सरकार की तरफ से पीएम सूर्य घर योजना का ऐलान किया गया तो दिल्ली सरकार ने इसके बदले सोलर सिस्टम पॉलिसी लाने का ऐलान कर दिया. इसके अलावा अब दिल्ली में रहने वालों को एक और बड़ी सौगात देने की तैयारी हो रही है, जिसमें लोगों के लाखों रुपये के पानी के बिल माफ किए जा सकते हैं. इसे वन टाइम सेटेलमेंट कहा जा रहा है. आज हम आपको इसी के बारे में बता रहे हैं कि आखिर कैसे लोगों के पानी के बिल माफ हो जाएंगे.
दिल्ली में 20 हजार लीटर मुफ्त पानी
दरअसल दिल्ली में सरकार हर परिवार को 20 हजार लीटर पानी प्रति महीने मुफ्त देती है. यानी जो लोग इतना ही पानी खर्च करेंगे, उनका पानी का बिल नहीं आएगा. वहीं इसके बाद खर्च करने पर आपका बिल आना शुरू हो जाएगा. हालांकि दिल्ली में रहने वाले कई लोगों के बिल लाखों रुपये के आए हैं, कई लोगों के बिल तो दो से ढाई लाख रुपये तक हैं. ऐसे ही लोगों को राहत देने की बात दिल्ली सरकार कर रही है.
क्यों आए लाखों के बिल?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बताया कि कोरोनाकाल के वक्त कई महीनों तक मीटर रीडर मीटर रीडिंग लेने नहीं गए, उन्होंने दफ्तर में बैठकर ही बिल बना दिए. जिसके बाद गलत बिल बने और इस पर इंटरेस्ट लगना शुरू हो गया, जिससे लोगों का दो-तीन लाख रुपये का बिल बन गया. दिल्ली सरकार के मुताबिक राजधानी के करीब 11 लाख परिवार ऐसे हैं, जिनके गलत बिल आए हुए हैं.
क्या है दिल्ली सरकार की स्कीम?
दिल्ली सरकार का कहना है कि वो एक ऐसी स्कीम लेकर आ रहे हैं, जिनमें 1-5 साल में दो बिलों को देखा जाएगा, जो सही आए हैं. इसी बिल के हिसाब से दोबारा बिल बनाया जाएगा. एवरेज अगर 20 हजार लीटर प्रति महीने से कम आएगा तो पानी का बिल जीरो हो जाएगा. दिल्ली सरकार का दावा है कि करीब 95 फीसदी लोगों का बिल जीरो हो जाएगा. अगर किसी का 5 साल में एक भी बिल ठीक नहीं आया तो उसके 10-15 पड़ोसियों के बिल की एवरेज निकालकर देखा जाएगा और उसी हिसाब से उसके हर महीने का बिल तैयार होगा.