Election Commision 90 Minutes Action Strategy: हाल ही में भारत के दो राज्यों में चुनाव पूरे हुए हैं. इन राज्यों में नई सरकारों का गठन हुआ है. चुनावों के नतीजे आने से पहले ही सोशल मीडिया पर बहुत तरह की फेक न्यूज़ चलने लगती हैं. तो वहीं आचार संहिता लागू होने के बाद कई जगहों पर इसका उल्लंघन किया जाता है. लेकिन अब  चुनाव आयोग ने इन सभी चीजों पर लगाम कसने के लिए नई योजना तैयार कर ली है.


चुनाव आयोग ने अब आम आदमी को ताकत दे दी है. चुनाव के दौरान अगर आम आदमी को कहीं गड़बड़ी नजर आती है या मोरल कोड आफ कंडक्ट का उल्लंघन होता हुआ दिखाई देता है. तो वह सीधे चुनाव आयोग से इस बारे में शिकायत कर सकता है. मात्र 90 मिनट के भीतर ही चुनाव आयोग इन शिकायतों पर एक्शन लेगा. 


सी-विजिल ऐप पर आम आदमी कर सकते हैं शिकायत


चुनाव के दौरान बहुत सी राजनीतिक पार्टियां सोशल मीडिया पर पार्टी को फायदा पहुंचाने के लिए अलग-अलग तरह के कैंपेन चलाती हैं. जिनमें कई बार लोगों को भ्रमित करने के लिए इस तरह की खबरें भी होती हैं जिनका कोई आधार नहीं होता. तो उसके साथ ही चुनाव के दौरान राजनीतिक पार्टियों मोरल कोड आफ कंडक्ट का उल्लंघन करती हैं. लेकिन अब चुनाव आयोग ने आम आदमी को सशक्त कर दिया है.


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चुनाव आयोग ने सी-विजिल ऐप जारी कर दी है. इस ऐप के जरिए कोई भी आम नागरिक आसपास हो रही गड़बड़ी की शिकायत कर सकता है. अगर किसी पार्टी का कोई कार्यकर्ता कुछ ऐसा काम कर रहा है, जैसे दारू बांटना, पैसे बांटना, जो आचार संहिता के खिलाफ है. तो सी-विजिल ऐप के जरिए उसकी शिकायत की जा सकती है. चुनाव आयोग इस तरह की शिकायतों पर 90 मिनट में एक्शन लेगा. 


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इस तरह कर सकते हैं शिकायत


भारत के चुनाव आयोग ने cVIGIL ऐप जारी कर दी है. जिसपर कोई भी भारतीय नागरिक जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है. इन शिकायतों पर चुनाव आयोग की ओर से मात्र 90 मिनट में ही एक्शन लिया जाएगा. इस ऐप के जरिए नागरिकों को चुनाव के दौरान आदर्श आचार संहिता (MCC) के उल्लंघन के खिलाफ शिकायत करने में सक्षम बनाना है. 


इस ऐप के जरिए कंप्लेंट करने के लिए ऐप को ओपन करना होगा. किस तरह की कंप्लेंट है इसे सिलेक्ट करना होगा. और घटना की पूरी जानकारी देनी होगी. जिसमें जगह, समय और फ़ोटो या वीडियो भी शामिल हैं. ऐप के जरिए शिकायत करने के बाद उसके स्टेटस को भी ट्रैक किया जा सकता है.  


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