Fire Accident: आफत और आग कहीं भी और कभी भी आ सकती है. आजकल तो पानी में भी आग लग जाती तो आपके और हमारे घर तो किसी खेत की मूली हैं. कई बार लापरवाही और शॉर्ट सर्किट से या दूसरे कारणों की वजह से आपके घर और दुकान में आग लग सकती है, लेकिन ऐसे में आप आग से होने वाले जान और माल के नुकसान से बच सकते हैं. गांव और शहरों में आग लगने के अलग अलग कारण हो सकते हैं.
आग लगने पर न हों पैनिक
कुकिंग गैस सिलेंडर में लीकेज या फिर स्विच में खराबी होने से आग लगने की घटना हो सकती है, इसके अलावा अगर आप ऐसी जगह रहते हैं जहां आए दिन सांप्रदायिक घटनाएं होती रहती हैं तो भी आपके घर में आग लगने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में आपको आग लगने पर पैनिक होने की जरूरत नहीं है. आग लगने पर जितना जल्दी हो सके उतना जल्दी फायर ब्रिगेड सेवा 101 नंबर पर संपर्क करके जानकारी दें. साथ ही खुद भी आग पर काबू पाने का प्रयास करें. आग को बुझाने के लिए पानी से भरी हुई बाल्टी, रेत की बाल्टी, सीढ़ियां, कंबल और अग्निशमन सिलेंडर का इस्तेमाल किया जा सकता है. आग अगर बेकाबू होने लगे तो बेहतर है कि वहां से भागकर किसी खुले मैदान में चले जाएं, जिससे कम से कम जान का नुकसान न हो.
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इस तरह पा सकते हैं आग पर काबू
रेत, मिट्टी या बाल्टी से पानी आग के ऊपर डालकर आग को फैलने से रोका जा सकता है. फैक्ट्री या मिल में आग लगने पर बिजली का मेन स्विच फौरन ऑफ कर दें. किसी व्यक्ति के कपड़ों में अगर आग लग जाए तो उसे तौलिया से बुझाएं. कपड़ों में आग लगे हुए व्यक्ति को जमीन पर लिटाने का प्रयास करें. फिर जले हुए भाग पर ठंडा पानी डालें. इस दौरान ख्याल रखें कि जले हिस्से पर चिपकी हुई किसी चीज को हाथ से न हटाएं. रोगी को कंबल में लपेट कर 102 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाने की कोशिश करें.
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इन चीजों का भी रखें खयाल
ध्यान रहे कि प्लास्टिक और लकड़ी जल्दी आग पकड़ लेती हैं, आग लगने की संभावनाओं में ज्वलन चीजें, प्लास्टिक और लकड़ी को एक दम दूर कर दें क्योंकि इससे आग भयावह रूप ले सकती है. इसके अलावा अगर आग का रूप विकराल होता दिखे तो गैर जरूरी सामानों की परवाह किए बिना आपको घर से निकल कर बाहर भाग जाना है, और फायर ब्रिगेड के आने तक खुद ही बाहर से आग बुझाने के लिए प्रयास करते रहना है.
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