(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Gold Buying Tips: 18 कैरेट, 22 कैरेट, 24 कैरेट- इस तरह के सोने में क्या फर्क है, कौन सा सोना खरीदना चाहिए?
Gold Buying Tips: कैरेट एक इकाई होती है जो सोने की प्योरिटी की गणना करने के लिये इस्तेमाल की जाती है. जितने ज़्यादा कैरेट होते हैं, गोल्ड उतना ही प्योर होता है.
Gold Buying Tips: त्यौहारों का दौर शुरू हो चुका है (Festival Season Has Begun). ऐसे में अगर आप बाजार में सोना (Gold) खरीदने जाते हैं तो एक सवाल मन में जरूर आता है कि आखिर कौन सा सोना खरीदना बेहतर है (Which Gold Is Best). बाजार में सोना अलग-अलग प्रकार का मिलता है जैसे 18 कैरेट, 22 कैरेट और 24 कैरेट. इसे सुनकर आपके दिल में यह ख्याल तो जरूर आता होगा कि इसका मतलब क्या होता है? तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं, 18 कैरेट, 22 कैरेट और 24 कैरेट गोल्ड में क्या अंतर होता है और कौन सा सोना खरीदना आपके लिए बेहतर होगा.
गोल्ड में मौजूद कैरेट्स का मतलब
कैरेट एक शब्द का उपयोग गोल्ड की प्योरिटी की गणना करने के लिये होता है. 18, 22 और 24 कैरेट गोल्ड में अन्तर समझने से पहले हमें यह समझना होगा कि कैरेट होता क्या है? दरअसल, कैरेट एक इकाई होती है जो सोने की प्योरिटी की गणना करने के लिये इस्तेमाल की जाती है. जितने ज़्यादा कैरेट होते हैं, गोल्ड उतना ही प्योर होता है. ये एक सरल पैमाना है जो आपको 18, 22 और 24 कैरेट गोल्ड के बीच के अन्तर को समझता है. आइए अब समझते हैं कौनसा कैरेट कितना शुद्ध होता है
24 कैरेट गोल्ड
24 कैरेट गोल्ड को प्योर गोल्ड कहा जाता है. इसका अर्थ यह होता है कि गोल्ड के सभी 24 भाग प्योर हैं और इसमें किसी प्रकार की दूसरी धातु की मिलावट नही है. इसे 99.9 प्रतिशत शुद्धता का गोल्ड कहा जाता है और इसका रंग विशेष पीला और चमकीला होता है. यह ध्यान रखिये कि गोल्ड का 24 कैरेट से अधिक शुद्ध कोई प्रकार नही होता है. इसीलिए यह गोल्ड 22 कैरेट या 18 कैरेट गोल्ड से महंगा होता है. यह काफी नरम और मुड जाने वाला होता है और इसका इस्तेमाल सामान्य ज्वेलरी बनाने में नही किया जा सकता. इसका उपयोग इलेक्ट्रॉनिक और मेडिकल उपकरणों में भी होता है.
22 कैरेट गोल्ड
22 कैरेट गोल्ड मतलब ज्वेलरी में 22 भाग गोल्ड और बाकी दो भाग कोई दूसरा मैटल मिला होता है. इस गोल्ड का इस्तेमाल सामान्य रुप से ज्वेलरी बनाने में होता है. 22 कैरेट गोल्ड में केवल 91.67 प्रतिशत प्योर गोल्ड होता है. अन्य 8.33 प्रतिशत में दूसरे धातु जैसे चांदी, निकल, जिंक और अन्य मिश्र धातु मिले होते हैं. इन मिश्र धातुओं के मिलावट की वजह से यह गोल्ड कड़ा होता है और इससे बनने वाली ज्वेलरी काफी टिकाऊ होती है. आपको बता दें कि 22 कैरेट गोल्ड का इस्तेमाल डायमन्ड और अधिक मूल्यवान पत्थरों से सजी ज्वेलरी बनाने के लिये सही नही होता.
18 कैरेट गोल्ड
18 कैरेट गोल्ड में 75 प्रतिशत गोल्ड और 25 प्रतिशत अन्य धातु जैसे सिल्वर या कॉपर आदि का मिश्रण होता है. सामान्य रुप से नग वाली ज्वेलरी (Jwellery) या अन्य हीरे की ज्वेलरी (Diamond Jwellery) 18 कैरेट गोल्ड में ही बनाई जाती हैं. यह गोल्ड 24 कैरेट और 22 कैरेट गोल्ड से भी सस्ता होता है. इसका रंग हल्का सा फीका होता है. 18 कैरेट की ज्वेलरी पर 18 केटी, 18 कैरेट, 18के या अन्य प्रकार के चिन्ह बने होते हैं. कई बार 18 कैरेट गोल्ड पर 750 या 0.75 इस प्रकार के स्टैम्प होते हैं. इसके अलावा 14 कैरेट गोल्ड में 58.3 %गोल्ड, 12 कैरेट में 50.0 % गोल्ड और 10 कैरेट में 41.7 % गोल्ड की मात्रा होती है.
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