Cyber Fraud: साइबर फ्रॉड से बचाएंगे सरकार के ये दो पोर्टल, जानकारी लेकर आप भी खोल लीजिए अपने 'चक्षु'
Cyber Fraud: केंद्र सरकार की तरफ से दो पोर्टल लॉन्च किए गए हैं, पहला डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) और दूसरे का नाम चक्षु रखा गया है, जिसका मतलब आंख होता है.
Cyber Fraud: टेक्नोलॉजी के इस दौर में हर काम पलक झपकते ही हो जाता है, चाहे मोबाइल रिचार्ज करना हो या फिर किसी को पैसे भेजने हों, मोबाइल पर कुछ क्लिक करते ही सब कुछ हो जाता है. हालांकि जिस तेजी से ये सुविधाएं बढ़ रही हैं, उसी तेजी से साइबर फ्रॉड के मामले भी बढ़ रहे हैं. सरकारों की तमाम कोशिशों और साइबर सेल बनाने के बावजूद ऐसे साइबर क्रिमिनल लगातार लोगों के खातों पर डाका डालने का काम कर रहे हैं. अब दूरसंचार मंत्रालय की तरफ से एक ऐसा हथियार लाया गया है, जो स्कैम कॉल और फ्रॉड से आपको बचाने का काम कर सकता है.
सरकार ने जारी किए दो पोर्टल
दरअसल केंद्र सरकार की तरफ से दो पोर्टल लॉन्च किए गए हैं, पहला डिजिटल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म (DIP) और दूसरे का नाम चक्षु रखा गया है, जिसका मतलब आंख होता है. केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इन दोनों पोर्टल को लॉन्च किया. डीआईपी में कानूनी एजेंसियां, बैंक, सोशल मीडिया कंपनियां और यूपीआई ऐप्स अपनी खुफिया जानकारी साझा करते हैं. अगर कोई नंबर किसी फ्रॉड के लिए इस्तेमाल हो रहा है तो इन सभी जगहों पर उसे ब्लॉक कर दिया जाएगा.
चक्षु पोर्टल पर कर सकते हैं शिकायत
अब दूसरे पोर्टल चक्षु की बात करें तो इसमें लोग संदिग्ध फ्रॉड कॉल, मैसेज या ई-मेल की शिकायत कर सकते हैं. इसमें आपको स्क्रीनशॉट भी साझा करना होता है और बताना होता है कि क्या बोलकर आपको कॉल या मैसेज किया गया. इसके बाद आपको शिकायत का पूरा ब्योरा मांगा जाता है और शिकायत दर्ज हो जाती है. चक्षु पोर्टल में आए नंबरों की जांच होती है और उन्हें हमेशा के लिए ब्लॉक किया जाता है और कार्रवाई होती है.
इसी तरह सरकार का ही एक पोर्टल CEIR भी है, जिसमें लोग चोरी होने वाले मोबाइल फोन और उसमें लगे सिम कार्ड को बंद करने की रिक्वेस्ट डाली जा सकती है. अब तक इस पोर्टल से लाखों मोबाइल फोन और सिम कार्ड को बंद किया जा चुका है. सरकार का दावा है कि अब रोजाना करीब ढ़ाई हजार फ्रॉड नंबरों को ब्लॉक किया जा रहा है.
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