Eastern Railway Higher Secondary School News: आसानसोल का ईस्टर्न रेलवे स्कूल ऐतिहासिक है. इसके बंद करने का आदेश अब वापस हो गया है. इस स्कूल में फिर से पढ़ाई शुरू होगी. हम आपको बता रहे हैं कि इस स्कूल में पढ़ाई शुरू कराने के लिए लोगों ने क्यों आंदोलन किया था. अब रेल मंत्रालय ने स्कूल शुरू करने की कवायद शुरू कर दी है. इस स्कूल में सीबीएसई के माध्यम से पढ़ाई होती है. रेलवे कर्मचारियों के बच्चों के अलावा इसमें जनता के बच्चे भी पढ़ सकते हैं. रेलवे ने नए शिक्षा सत्र 2022-23 में भर्ती के लिए अधिसूचना भी जारी कर दी है.
रेल मंत्रालय ने बंद कराने का लिया था निर्णय
रेल मंत्रालय ने ईस्टर्न रेलवे स्कूल को बंद कराने का निर्णय लिया था. जिसके बाद से आसानसोल के लोग, समाजिक संगठन, राजनीतिक दलों ने आंदोलन किया था. इस आंदोलन के माध्यम से मांग की गई कि यह स्कूल क्षेत्रीय बच्चों को अच्छी शिक्षा उपलब्ध कराया है. इसीलिए इसकी सेवाएं चालू की जाएं. इस आंदोलन के बाद ही रेल मंत्रालय ने स्कूल को फिर से खोलने का निर्णय ले लिया है.
पहली कक्षा में शुरू हुआ दाखिला
ईस्टर्न रेलवे हायर सेकेंडरी स्कूल में वर्ष 2022-23 के शैक्षणिक सत्र में पढ़ाई शुरू कराने की घोषणा कर दी गई है. इसके साथ ही पहली कक्षा में दाखिले के लए भी रेलवे प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर दी है. रेलवे कर्मचारियों के अलावा इस स्कूल में आम आदमी अपने बच्चों का दाखिला करा सकते हैं. इसके लिए फॉर्म भरकर आवेदन करना होगा.
बहुत पुराना है स्कूल का इतिहास
ईस्टर्न रेलवे हायर सेकेंडरी स्कूल 1882 में आसानसोल के डूरंड कालोनी में शुरू हुआ था. बच्चों को शिक्षित करने के उद्देश्य से यह स्कूल शुरू किया गया. जो 1889 में डूरंड कालोनी के बड़े डाकघर के पास बड़ा बाजार क्षेत्र में शिफ्ट हो गया था. इसके निर्माण में विशिष्टता थी, इसीलिए इसे हैरिटेज का टैग भी मिला. यूं तो यह एक मंजिल की तरह दिखता है. लेकिन इसका बेसमेंट इसे दो मंजिला बना देता है. इस स्कूल की नींव ब्रिटिश शासन में रखी गई थी. स्कूल के बंद होने की घोषणा पर राजनीतिक दलों के साथ अभिभावकों ने स्पष्ट कर दिया था कि वह सेकूल को बंद नहीं होने देंगे और इसका पुरजोर विरोध करेंगे. इस आंदोलन के बाद ही स्कूल की सेवाएं फिर से शुरू करने की घोषमा रेल मंत्रालय ने कर दी है.
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