Holi 2025: वृंदावन में ये हैं होली खेलने के नियम, यहां जाने से पहले जान लीजिए ये कायदे
होली रंगों का त्योहार होता है, इस त्योहार में लोग एक दूसरे को रंग लगाकर गले मिलते हैं. होली एक ऐसा त्योहार है जिसमें हर कोई अपने आपस के गिले शिकवे भूलकर गुलाल के रंगों में खो जाता है.

होली को रंगों का त्योहार कहा जाता है, इस त्योहार में लोग एक दूसरे को रंग लगाकर गले मिलते हैं और जमकर जश्न मनाया जाता है. भारत के तमाम राज्यों में अलग-अलग तरह से होली का त्योहार मनाया जाता है. कुछ जगहों पर तो ये जश्न एक दिन की बजाय कई हफ्तों तक चलता है. होली की सबसे ज्यादा धूम मथुरा वृंदावन में देखने के लिए मिलती है. यहां हर साल हजारों लोग होली खेलने और देखने आते हैं. ऐसे में हम आपको बताते हैं कि अगर आप वृंदावन जा रहे हैं तो आपको कौन से नियमों का पालन करना चाहिए.
इन बातों का रखें खयाल
इन जगहों पर होली के दौरान काफी भीड़ भी होती है, जहां बच्चों और महिलाओं को लेकर जाना थोड़ा रिस्की हो सकता है. बरसाना, नंद गांव, वृंदावन और मथुरा की होली पूरे भारत में मशहूर है, हर कोई अपने जीवन में एक बार यहां की होली देखने और खेलने की इच्छा रखता है. ऐसे में आपको भीड़ से बचकर चलना चाहिए और अगर किसी तरह की भगदड़ होती है तो किनारे खड़े हो जाना चाहिए.
कार से आने वाले रखें इन बातों का ध्यान
तो वहीं वृंदावन में सबसे अलग तरह से होली खेली जाती है, यहां रंगों के साथ-साथ फूलों और लड्डूओं के संग भी होली खेलने का रिवाज है. बांके बिहारी मंदिर की गलियों से लेकर मंदिर के अंदर तक यहां खूब धूम-धाम से होली मनाई जाती है. हालांकि अगर आप इस त्योहार का मजा लेना चाहते हैं तो रंगभरी एकादशी के दिन या इसके बाद यहां आ सकते हैं.
वृंदावन की होली देखने के लिए अगर आप खुद की गाड़ी से पहुंच रहे हैं तो आपको शहर के आउटर में बने पार्किंग क्षेत्र में ही गाड़ी पार्क करनी पड़ेगी और अंदर जाने के लिए आपको लोकल रिक्शा या ऑटो का सहारा लेना होगा. ऐसा इसलिए क्योंकि होली के दौरान गाड़ियां अंदर लाने से आप भीड़ में फस सकते हैं और इस समय अंदर की कई जगहों पर रोड्स ब्लॅाक भी कर दी जाती हैं.
जबरन रंग लगाने से बचें
मथुरा में ज्यादातर नेचुरल कलर्स का ही इस्तेमाल किया जाता है. ऐसे में अगर आप पक्का रंग या केमिकल वाले कलर लेकर गए तो आप बुरे फंस सकते हैं. वृंदावन में होली के समय काफी ज्यादा भीड़ उमड़ जाती है, खासकर यहां के मंदिरों में, तो ऐसे में कोई भी गलत हरकत करने पर आपको बक्शा नहीं जाता है. होली एक ऐसा त्योहार है जब हर कोई एक दूसरे को प्यार से और आदर-सम्मान के साथ रंग लगाता है हालांकि यहां अगर आप किसी को भी जबरन रंग लगाते हुए पकड़े जाते हैं तो इसका परिणाम अच्छा नहीं होता, किसी अनजान को रंग लगाने से पहले उसकी इजाजत लेना जरूरी है.
वृंदावन में होली खेलते समय किसी भी महिला के साथ अनुचित व्यवहार करने पर आपको पुलिस गिरफ्तार कर सकती है, खासतौर पर कुछ लोग विदेशी महिलाओं के साथ ऐसी हरकतें करते हैं. मथुरा और वृंदावन में गायों और बाकि जानवरों का भी खास महत्तव है, ऐसे में होली खेलते समय उनकी भी सुरक्षा का ध्यान रखना आपकी जिम्मेदारी है.
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