जाम नहीं करेगा परेशान और आसानी से होंगे प्रयागराज महाकुंभ में स्नान, 26 फरवरी तक काम आएंगे ये टिप्स
महाकुंभ के समापन में सिर्फ दो दिन बचे हैं और जो लोग वहां नहीं पहुंच पाए हैं, वे वहां हर हाल में जाना चाहते हैं. ऐसे में ये टिप्स आपकी काफी मदद कर सकते हैं.

प्रयागराज महाकुंभ खत्म होने में अब चंद दिन बचे हैं. 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के शाही स्नान के साथ ही इस महापर्व का समापन हो जाएगा. 22 फरवरी दोपहर 12 बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, 60 करोड़ से ज्यादा लोग महाकुंभ में स्नान कर चुके हैं. हालांकि, काफी लोग ऐसे भी हैं, जो महाकुंभ जाने की इच्छा अधूरी है. अब यह महापर्व खत्म होने में सिर्फ दो दिन बचे हैं. ऐसे में अगर आप भी प्रयागराज जाना चाहते हैं तो ये टिप्स आपके बेहद काम आएंगे. इससे न तो आपको जाम के झाम से जूझना होगा और आसानी से महाकुंभ में स्नान भी कर सकते हैं.
ट्रेन से जाने वालों के लिए टिप्स
महाकुंभ जाने के लिए ट्रेनों में रिजर्वेशन मिलना बेहद मुश्किल है, क्योंकि सीटें काफी कम हैं और श्रद्धालुओं की तादाद काफी ज्यादा है. ऐसे में आम मेला स्पेशल ट्रेनों की मदद ले सकते हैं, लेकिन इनमें आपको हद से ज्यादा भीड़ मिल सकती है. ऐसे में आपको काफी परेशान होना पड़ सकता है. अगर आप इस भीड़ को बर्दाश्त कर सकते हैं तो प्रयागराज पहुंचने का यह तरीका थोड़ा आसान है.
रेलवे स्टेशन पर अगर आप प्लेटफार्म नंबर एक पर उतरते हैं तो वहां से करीब सात किलोमीटर पैदल जाकर संगम स्नान कर सकते हैं. हालांकि, स्टेशन के बाहर बाइक सवार भी मौजूद रहते हैं, जो 300 से 800 रुपये तक लेकर आपको बड़ी चुंगी तक ड्रॉप कर देते हैं. यहां से संगम तट तक जाने के लिए आपको करीब तीन किलोमीटर चलना पड़ता है.
बस से आने वाले क्या करें?
प्रयागराज जाने के लिए रोडवेज और प्राइवेट बस उपलब्ध हैं. रोडवेज बसों का किराया तय है, लेकिन इसमें तय मानक से ज्यादा पैसेंजर्स सफर कर रहे हैं. आप प्रयागराज के बेला कछार बस अड्डे तक जाने वाली रोडवेज बस बुक कर सकते हैं और वहां से नाव की मदद से संगम घाट पर जाकर स्नान कर सकते हैं. वहीं, प्राइवेट बसों को पैसेंजर्स के हिसाब से बुक किया जा रहा है, लेकिन इनका किराया काफी ज्यादा है. इसके अलावा प्राइवेट बसें जाम की वजह से शहर से करीब 20-25 किलोमीटर पहले छोड़ रही हैं. ऐसे में आपको वहां से बाइक आदि के ऑप्शन मिल जाते हैं, जो 600 से 1500 रुपये तक में संगम तट तक आपका आना-जाना करा सकते हैं. यह किराया फिक्स्ड नहीं है. इसे मोलभाव के आधार पर ही तय करना पड़ता है.
कार से जाने वाले खासतौर पर दें ध्यान
अगर आप अपनी कार या टैक्सी बुक करके जा रहे हैं तो आपको काफी ध्यान रखने की जरूरत है. दरअसल, प्रयागराज से करीब 40 किलोमीटर पहले से जाम का असर नजर आने लगता है. ऐसे में आप अपनी गाड़ी को प्रयागराज से करीब 20 किलोमीटर पहले पार्किंग में लगा सकते हैं. यहां सरकारी पार्किंग के अलावा प्राइवेट पार्किंग भी मौजूद हैं. यह बात ध्यान रखने वाली है कि प्राइवेट पार्किंग स्थानीय लोगों ने अपने प्लॉट या खेत आदि में बना रखी हैं. ऐसे में वहां मनमाना किराया लिया जा रहा है, लेकिन जाम में दिनभर फंसे रहकर पेट्रोल बर्बाद करने की जगह पार्किंग को चुनना सही ऑप्शन हो सकता है. यहां से आप बाइक सवारों की मदद आसानी से संगम घाट पहुंच सकते हैं. हालांकि, इसके लिए आपको अपनी जेब थोड़ी ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है.
गाड़ी पार्क करते वक्त यह ध्यान रखना जरूरी
अगर आप प्रयागराज शहर से करीब 15 या 20 किलोमीटर पहले अपनी गाड़ी या टैक्सी पार्क कर रहे हैं तो उस जगह की लोकेशन खुद और बाकी सदस्यों के साथ जरूर शेयर करें. प्रयागराज में लग रहे महाजाम की वजह से कई बार बुक किया हुआ बाइकर आपको पिक करने नहीं पहुंच पाता है. ऐसे में आप दूसरा बाइकर बुक करके गाड़ी की लोकेशन तक आसानी से पहुंच सकते हैं. यह बात जरूर ध्यान रखें कि बाइकर को पैसा एडवांस में न दें. ऐसा करने पर बाइकर बेईमानी भी कर सकते हैं. हालांकि, प्रयागराज के लोग परेशानी में फंसे हुए लोगों की काफी अच्छी तरह मदद कर रहे हैं.
नाव भी है बेस्ट ऑप्शन
आप चाहे बस-ट्रेन या कार से प्रयागराज जाएं, लेकिन वहां जाम से बचने के लिए बोट का सहारा भी ले सकते हैं. इसके लिए आपको प्रयागराज के बोट क्लब जाना होगा, जहां से संगम तट तक जाने के लिए बोट आसानी से मिल जाती है. इसके लिए किराया 50 से 300 रुपये तक तय है, लेकिन भीड़ को देखते हुए नाव चालक ज्यादा पैसे वसूल रहे हैं. यहां भी आप मोलभाव करके रेट तय कर सकते हैं.
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