दुनिया के सबसे ऊंचे ब्रिज पर कब दौड़ेगी ट्रेन? कश्मीर जाने वाले लोगों के लिए ये है खुशखबरी
Indian Railways Arch Bridge Train Started: कश्मीर में बने आर्च ब्रिज पर 15 अगस्त के बाद से रेल दौड़ती हुई दिखाई दे सकती है. रियासी से लेकर कश्मीर तक यह नई रेल सेवा शुरू होगी. जानें पूरी डिटेल.
Indian Railways Arch Bridge Train Started: भारत में रोजाना करोड़ों यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं. जिसके लिए भारत में तकरीबन 13 हजार यात्री ट्रेनें चलाई जाती है. भारतीय रेलवे अब देश के कोने-कोने तक रेल नेटवर्क पहुंचा रहा है. इसी कड़ी में अब रेलवे ने नया कीर्तिमान हासिल कर लिया है.
भारतीय रेलवे द्वारा अब दुनिया के सबसे ऊंचे रेल ब्रिज पर भी ट्रेन दौड़ने की तैयारी में है. इसके लिए भी भारतीय रेलवे ने पूरी तैयारी कर ली है. भारतीय रेलवे द्वारा कश्मीर में बने आर्च ब्रिज पर 15 अगस्त के बाद से रेल दौड़ती हुई दिखाई दे सकती है. रियासी से लेकर कश्मीर तक यह नई रेल सेवा शुरू होगी. कश्मीर घाटी में रहने वाले लोगों के लिए भी यह एक बड़ी खुशखबरी है.
15 अगस्त से चल सकती है ट्रेन
चिनाब नदी पर बने हुए आर्च पुल को दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे पुल माना जाता है. इसकी कुल लंबाई है 1315 मीटर है. तो वहीं इसका आर्च स्पान 467 मीटर और नदी की सतह से यह ब्रिज 359 मीटर ऊंचा है. जो कि पेरिस के एफिल टावर से भी 29 मीटर ज्यादा की ऊंचाई है. रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक 15 अगस्त से इस ब्रिज पर रेल सेवा शुरू की जा सकती है.
बता दें इस पर 26 से लेकर 28 जून तक 110 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ट्रेन चलाकर एक सक्सेसफुल ट्रायल भी कंप्लीट कर लिया गया है. इसके साथ ही इस ब्रिज के पास तीन हैलीपेड भी बनाए जा रहे हैं. जो पीएम मोदी के आगामी दौरे से जोड़ कर देखे जा रहे हैं. इस ब्रिज को बनाने में रेलवे को 27000 टन से भी ज्यादा स्टील का इस्तेमाल किया है. इस ब्रिज में कुल 18 बड़े खंभे हैं. जिनपर यह टिका है.
उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक के तहत बना ब्रिज
चिनाब नदी पर बनाया गया यह रेल ब्रिज कोंकण रेलवे और उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेल लिंक प्रोजेक्ट के तहत बनाया गया है. इस पर दौड़ने वाली ट्रेन 7 स्टेशनों से होकर बारामुला तक जाएगी. हालांकि इसके लिए अभी रेल लाइन का काम जारी है. जम्मू कश्मीर के उधमपुर से होकर बारामुला तक के लिए रेल ट्रेक बिछाया जा रहा है.
जैसे ही रेलवे का यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाता है उसके बाद से कश्मीर घाटी पूरी तरह से भारत के बाकी रेल नेटवर्क से कनेक्ट हो जाएगी. जम्मू कश्मीर के नागरिकों को ट्रैवलिंग के लिए ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ेगा. बता दें इस पूरे नेटवर्क की लंबाई 272 किलोमीटर होगी.
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