Indian Railway: ठंड और कोहरे में भी डेस्टिनेशन पर सही समय पर पहुंचेंगे यात्री! रेलवे ने लिया ये बड़ा फैसला
Railway News: देश के कई राज्यों में अब ठंड का प्रकोप बढ़ने लगा है. इस कारण देश के कई राज्यों में कोहरे का असर साफ दिख रहा है. ऐसे में रेलवे ने कोहरे में ट्रेन लेट न हो इसके लिए एक बड़ा फैसला किया है.
Indian Railway News: उत्तर भारत में अब ठंड का मौसम शुरू हो चुका है. उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों में ठंड और कोहरा (Foggy) अपना प्रकोप दिखा रहा है. ऐसे में दिसंबर का महीने आगे बढ़ने के साथ ही कोहरे की परेशानी बढ़ने लगती है. इस कारण ट्रेन अपने निर्धारित समय से डेस्टिनेशन (Destination) तक नहीं पहुंच पाती है. ऐसे में ट्रेनों की लेटलतीफी की समस्या को देखते हुए रेलवे ने एक फैसला किया है. इंडियन रेलवे (Indian Indian) ने यह फैसला किया है कि ट्रेनों की अधिकतम स्पीड को 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटा कर दिया जाएगा. इसके साथ ही रेलवे कोहरे (Foggy Weather) में तेज स्पीड से ट्रेन चलाने के लिए स्पेशल फॉग डिवाइस (Fog Device) का इस्तेमाल करेगा.
फॉग डिवाइस से बढ़ेगा मैक्सिस स्पीड को बढ़ाया
आपको बता दें कि फॉग डिवाइस रेलवे सभी कोहरे के इलाकों में चलाने वाली ट्रेनों के लोको पायलटों को देता है. इस उपकरण के जरिए लोको पायलट (Train Loco Pilot) को कोहरे और खराब मौसम ने भी ट्रेन को तेजी से चलाने में मदद मिलती है.
इससे ट्रेन की अधिकतम स्पीड को 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से बढ़ाकर 75 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच जाएगा. रेलवे ने यह आदेश दिया है कि वह इस फॉग डिवाइस की पर्याप्त सप्लाई रखे जिससे ट्रेनों के संचालन में किसी तरह की परेशानी ना हो. इसके साथ ही साइटिंग बोर्ड पर ट्रैक की लाइन मार्किंग करना भी आवश्यक है.
घने कोहरे के कारण रेलवे को होती है यह दिक्कत-
1. घने कोहरे कारण ट्रेनों के आने-जाने में होती हैं दिक्कतें.
2. ट्रेन लेट होने के कारण लोको पायलटों की वर्किंग घंटों में इजाफा होता है. इस कारण लोको पायलटों की कमी का सामना भी करना पड़ता है.
3. ट्रेन की देरी के कारण उसकी सफाई, रखरखाव आदि के कामों में दिक्कत का सामना करना पड़ता है.
4. ट्रेनों के लेट चलने के कारण खाने-पीने की दिक्कत होती है.
5. रेलवे प्लेटफॉर्म और वेटिंग एरिया में ट्रेन लेट होने के कारण भारी भीड़ जमा हो जाती है.
6. ट्रेन के लेट होने के कारण लोको पायलटों को ओवर टाइम और ट्रेन के संचालन में अधिक समय से ट्रेनों पर होने वाला खर्च बढ़ता है. इससे रेलवे पर वित्तीय दबाव बढ़ता है.
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