Ladakh Tour: गर्मियों की छुट्टियों के बाद अब भारतीय रेलवे सितंबर महीने में आपके लिए मैजिकल लद्दाख यात्रा लेकर आया है. बर्फ से ढके हिमालय की वादियां, खूबसूरत घाटियां, लेह लद्दाख और प्राकृतिक सौंदर्यता का आनंद 43900 रुपये के टूर पैकेज में लिया जा सकता है. आज ही आप घर बैठक टिकट बुक करा सकते हैं. इस टूर पैकेज में होटल, खाना, घूमने के लिए पर्यटन स्थल की सुविधाएं आदि के सभी शुल्क सम्मिलित हैं. अगर आप भी भारतीय रेलवे के इस लद्दाख टूर की जानकारी चाहते हैं तो आर्टिकल को पूरा पढ़िये. जिसमें मैजिकल लद्दाख टूर से संबंधित सभी जानकारी मौजूद हैं. आइये जानते हैं इनके बारे में...
इस टूर के बारे में
पर्यटन की दृष्टि से हिमालय, वहां की खूबसूरत घाटियां, लेह लद्दाख आदि किसी जन्नत से कम नहीं है. इसी अनुभव का आनंद दिलाने के लिए आईआरसीटीसी मैजिकल लद्दाख टूर पैकेज लेकर आया है. 7 रातें और 8 दिनों की इस यात्रा में एयर टिकट, होटल स्टे, घूमने के साथ तीनों वक्त का खाना शामिल है. यह यात्रा सबसे पहले लखनऊ-कानपुर से शुरू होगी. यात्रियों को तेजस ट्रेन के माध्यम से दिल्ली तक यात्रा कराई जाएगी. इसके साथ ही आगरा, बरेली, मुरादाबाद, देहरादून आदि क्षेत्रों के यात्रियों को दिल्ली पहुंचने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी रखी गई है.
मोबाइल में आरोग्य सेतु ऐप जरूरी
यहां ध्यान रखने की बात यह है कि टूर पैकेज लेने वाले यात्रियों को अपने मोबाइल में आरोग्य सेतु मोबाइल एप डाउनलोड करके उसे एक्टिव करना जरूरी है. इसके साथ ही 72 घंटे पहले की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट या कोविड की दोनों डोज का सर्टिफिकेट जरूरी है. यह यात्रा सितंबर महीने में 7 सितंबर, 14 सितंबर, 21 सितंबर और 28 सितंबर को शुरू होगी. अधिक जानकारी के लिए WWW.irctctourism.com वेबसाइट से जानकारी ले सकते हैं. जबकि मोबाइल नंबर 8287930911 से भी संपर्क किया जा सकता है.
मैजिकल लद्दाख टूर पैकेज में क्या-क्या है शामिल?
पहला दिन: सबसे पहले कानपुर से तेजस ट्रेन के जरिए यात्रियों को दिल्ली पहुंचाया जाएगा. जहां होटल में आराम करने के बाद अगले दिन दिल्ली से लेह एयरपोर्ट के लिए उड़ान भरनी होगी.
दूसरा दिन: लेह पहुंचने के बाद दूसरे दिन आराम करना पड़ेगा. इसका मूल कारण 13 हजार 500 फीट की ऊंचाई पर खुद को अनुकूल बनाने के लिए एक दिन का विश्राम जरूरी है.
तीसरा दिन: टूर के तीसरे दिन लेह के श्रीनगर हाइवे पर सेना द्वारा स्थापित हॉल ऑफ फ्रेम म्यूजियम, काली मंदिर, पत्थर साहिब गुरुद्वारा घुमाया जाएगा. यहां के बाद शांति स्त्रोत पाठ के जरिए आत्मिक शांति का आनंद ले सकते हैं. इसके बाद 17वीं सदी के लेह पैलेस का भ्रमण कराया जाएगा. इस दौरान इसके इतिहास की झलक देखने को मिलेगी. इस दिन चुंबकीय पहाड़ी पर भी घुमाया जाएगा. यह अनुभव चौकाने वाले होंगे. सिंधु जांस्कर घाटी की प्रकृति और अलची बौद्ध स्तूप भी देखने लायक रहेगा.
चौथा दिन: चौथे दिन खारदुंग ला पास होते हुए नुब्रा घाटी में कुदरत का करिश्मा देखने को मिलेगा. हिमालय की खूबसूरती का अनुभव करने के लिए कैंप में ठहराया भी जाएगा.
पांचवां दिन और छठा दिन: पांचवें दिन सड़क मार्ग से तुरतुक घाटी पहुंचेंगे. यहां पांगोंग झील की प्राकृतिक खूबसूरती देखने को मिलेगी. शाम को झील के किनारे आराम करने की व्यवस्था है. अगले दिन का सूर्योदय अद्भुद नजारे पेश करेगा.
सातवां दिन: सातवें दिन की शुरुआत भी यहीं से होगी. इसके बाद 12 मंजिला थिकसे मठ का भ्रमण कराया जाएगा. शाम को स्थानीय बाजार घूम सकते हैं. आखिरी दिन लेह एयरपोर्ट पहुंचेंगे. जहां से तेजस एक्सप्रेस के जरिए ही कानपुर लखनऊ तक पहुंचेंगे.
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