Jharkhand Maiya Samman Yojana: केंद्र सरकार महिलाओं के लिए बहुत सारी स्कीमें चाहती है. जिनका लाभ सीधा महिलाओं को मिलता है. तो इसके अलावा भारत के अन्य राज्यों की सरकारें भी अपने-अपने राज्य की महिलाओं के लिए अलग-अलग तरह की स्कीमें चलती हैं. इनमें से कई स्कीम इस तरह की होती है जिनमें महिलाओं को सीधे आर्थिक लाभ दिया जाता है.


फिर चाहे वह मध्य प्रदेश की लाडली बहना योजना हो या हाल ही में महाराष्ट्र में शुरू की गई माझी लड़िक बहन योजना. इन सभी में महिलाओं को सरकार आर्थिक रूप से सहायता करती है. झारखंड में भी अब महिलाओं को नई योजना के तहत हर महीने 1000 रुपये दिए जाएंगे. किस तरह किया जा सकता है इस योजना में आवेदन और किन महिलाओं को मिलेगा इस योजना में लाभ. चलिए आपको बताते हैं. 


इन महिलाओं को हर महीने दिए जाएंगे 1000 रुपये


झारखंड सरकार की कैबिनेट ने महिलाओं के लिए एक बड़ा फैसला लेते हुए उनके पोषण और स्वास्थ्य और स्वच्छता के खर्च को देखते हुए सरकार द्वारा नई योजना शुरू की है. जिसके तहत उन्हें ₹1000 प्रति महीने के तौर पर दिए जाएंगे. झारखंड सरकार की स्कीम का नाम है झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना. इस स्कीम के तहत उन महिलाओं को लाभ मिलेगा जिनके परिवार की आमदनी सालाना 8 लाख रुपये से कम है. योजना के तहत आवेदन करने वाली महिलाओं को झारखंड का निवासी होना जरूरी है.


उनकी उम्र 21 साल से लेकर 50 साल तक होनी जरूरी है. इससे कम या ज्यादा उम्र की महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिलेगा. इसके साथ ही आवेदन करने वाली महिला के पास झारखंड राज्य के अंत्योदय अन्न योजना कार्ड (पीला रंग का राशन कार्ड)/ गृहस्थी कार्ड (गुलाबी रंग का राशन कार्ड) / K-Oil राशन कार्ड (सफेद राशन कार्ड) / हरे रंग का राशन होना जरूरी है.राज्य सरकार द्वारा योजना के बारे में महिलाओं को जानकारी देने के लिए तमाम जिलों की पंचायतों में शेरों का आयोजन किया जाएगा. इसके साथ ही वहां महिलाओं के आवेदन भी जमा किए जाएंगे. 


इस तरह होगा योजना में आवेदन


झारखंड मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना में आवेदन करने के लिए महिलाओं के पास कुछ दस्तावेज होने जरूरी है जिनमें मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, राशन कार्ड , बैंक अकाउंट पासबुक और पात्रता संबंधित दस्तावेज. तभी जो के साथ महिलाएं सरकार द्वारा लगाए गए विशेष शिविरों में जाकर आवेदन फार्म प्राप्त कर सकती हैं. और वहां योजना के लिए आवेदन दे सकती है. इन शिविरों आंगनबाड़ी सेविकाएं भी महिलाओं की सहायता करेंगे.


यह भी पढ़ें: रोडवेज की बसों में हजार किमी तक का मुफ्त सफर, जानें कैसे बनाएं अपना हैप्पी कार्ड