देशभर में भीषण गर्मी पड़ रही है. गर्मी के कारण अक्सर लोग सफर के दौरान अपनी गाड़ियों में पानी की बोतल रखना रखते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि गाड़ी में पानी की बोतल रखना खतरनाक साबित हो सकता है. जी हां गाड़ी में प्लास्टिक की बोतल रखने से आपकी गाड़ी में आग भी लग सकता है. आज हम गाड़ी में प्लास्टिक की बोतल से आग लगने और इसके पीछे की वजह और कारण बताएंगे. 


प्लास्टिक की बोतल से आग 


देश के कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री से भी ज्यादा पहुंच चुका है. इतनी गर्मी में स्थिति ये है कि कई बार खड़ी गाड़ी में देखते-देखते आग लग जा रही है. लेकिन कई लोग आग लगने के पीछे का कारण नहीं समझ पाते हैं. जानकारी के मुताबिक अगर आप अपनी कार धूप में खड़ी करते हैं और कार में प्लास्टिक की बोतल मौजूद है, तो कार में आग लगने की आशंका बढ़ जाती है. दरअसल प्लास्टिक की बोतल कार में मैग्नीफाइंग ग्लास की तरह काम करती है. वहीं धूप की डायरेक्ट रोशनी बोतल पर पड़ती है और वो रिएक्ट करती है, जिसकी वजह से कार की सीट में आग लग सकती है.






 


 


प्लास्टिक की बोतल रखना पड़ेगा भारी


बता दें कि अगर आपको मजबूरन अपनी कार को धूप में पार्क करना पड़ रहा है, तो कार में प्लास्टिक की बोतल को गलती से भी ना रखें. इसके अलावा पानी पीने के बाद प्लास्टिक की बोतलों को डस्टबिन में फेंक देना चाहिए, उसको लेकर गाड़ी में सफर नहीं करना चाहिए. इसके अलावा कोल्ड ड्रिंक की बोतल के फटने का चांस भी ज्यादा है. इसके अलावा कार में लाइटर रखने पर भी खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि तेज धूप में लाइटर में आग लगने के चांस बढ़ जाते हैं. इसके अलावा  हैंड सैनेटाइजर रखने से भी आग लग सकती है, क्योंकि सैनेटाइजर में अल्कोहल मिक्स होता है, जिसकी वजह से कार में आग लग सकती है. क्योंकि इस पर सूरज की डायरेक्ट रोशनी पड़ती है, तो केमिकल रिएक्शन होता है, जिससे आग लगने की संभावना बढ़ जाती है. 


बता दें कि अगर आप गाड़ी में प्लास्टिक बोतल, कोल्ड ड्रिंक रखते भी हैं, तो उसे सीट के नीचे या ऐसी जगह पर रखना चाहिए, जहां पर सूरज की सीधे रोशनी ना पड़े. क्योंकि अधिक तापमान में बोतल पर सूरज की रोशनी पड़ेगा तो वो मैग्नीफाइंग ग्लास की तरह काम करेगा और सीट पर तुरंत आग पकड़ लेगा. इसलिए गाड़ी को धूप में पार्क करने से बचना चाहिए और इसमें प्लास्टिक की बोतल नहीं रखना चाहिए. 


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