शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है. कई कंपनियों के शेयरों ने निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है. इसके अलावा मार्केट में बहुत सी कंपनियां हैं, जो अपने निवेशकों को अच्छा खासा डिविडेंड भी दे रही हैं. बता दें कि पिछले दिनों कई कंपनियों ने निवेशकों को डिविडेंड देने का ऐलान किया है. जिसमें अनिल अग्रवाल की माइनिंग कंपनी वेदांता भी शामिल है. आज हम आपकों बताएंगे कि कंपंनियां अपने निवेशकों को डिविडेंड क्यों देती है और ये किस अकांउट में आता है.
डिविडेंड क्या है ?
डिविडेंड वो पेमेंट हैं जो एक कंपनी अपने शेयरहोल्डर को करता है. जब आप डिविडेंड का पेमेंट करने वाले शेयरों के मालिक होते हैं, तो आपको कंपनी के मुनाफे के एक हिस्से का भुगतान किया जाता है. बता दें कि डिविडेंड को पे करने वाली कंपनी के शेयर होल्डर तब तक एलिजिबल होते हैं, जब तक डिविडेंड प्री-डेट से पहले उनके पास होता है. उदाहरण के लिए समझते है कि तमाम कंपनियां अपने प्रॉफिट का एक हिस्सा अपने शेयरहोल्डर्स में बांट सकती हैं और कंपनी के प्रॉफिट में से बांटे हुए इसी हिस्से को डिविडेंड कहा जाता है. जैसे एक कंपनी के 500 शेयर्स हैं और वह कंपनी ₹10 प्रति शेयर का डिविडेंड देने की घोषणा करती है तो आपको 500 शेयर्स पर टोटल ₹5000 का डिविडेंड मिलेगा.
कैसे करते हैं चेक
कंपनी द्वारा डिविडेंड की घोषणा करने के बाद आपके पास जितने शेयर्स होते है. उसी के हिसाब से आपको डिविडेंड मिलता है. डिविडेंट का पैसा सीधे आपके उस बैंक अकाउंट में आता है, जिसे आपने डिमैट अकाउंट खुलवाते समय दिया था. इसलिए आप कंपनी की घोषणा डेट के बाद उस अकाउंट का स्टेटमेंट चेक कर सकते हैं.
वेदांता के निवेशकों को 1100 फीसदी का मुनाफा
अनिल अग्रवाल की कंपनी वेदांता अब चौथा डिविडेंड दे रही है. बता दें कि बीते18 दिसंबर को कंपनी की बोर्ड मीटिंग हुई थी, जिसमें शेयरहोल्डर्स के लिए वित्त वर्ष 2024 के लिए दूसरे डिविडेंड की मंजूरी दी गई थी. कंपनी ने अंतरिम डिविडेंड के तहत 1 रुपये के फेस वैल्यू पर 11 रुपये प्रति शेयर की घोषणा की है. कंपनी ने 27 दिसंबर को रिकॉर्ड डेट तय किया था. इसका मतलब है कि निवेशकों को 1100 फीसदी का मुनाफा होगा.
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