Investment Tips: आज के समय में जो भी बिजनेस करता है या फिर जो भी नौकरी पैशा व्यक्ति हैं. सब ही इन्वेस्टमेंट के बारे में सोचते हैं. आज के समय में इन्वेस्टमेंट के लिए मार्केट में बहुत सारे ऑप्शंस मौजूद है. लोगों की जरूरत के हिसाब से अलग-अलग योजनाएं हैं अलग-अलग कंपनियों का प्लान है अलग-अलग स्कीम चलाई जा रही है.


लेकिन निवेश करने से पहले लोगों के मन में कई तरह के सवाल होते हैं. एलआईसी की पॉलिसी में निवेश करना बेहतर रहता है या फिर पीपीएफ में या फिर एफडी करवाना सही रहता है. इन सब स्कीम और योजना में अलग-अलग तरह की इंटरेस्ट रेट होती है आपके लिए कौन सी जगह निवेश के लिहाज से बेहतर हो सकती है. चलिए जानते हैं. 


एफडी, पीपीएफ या LIC कौन बेहतर?


इन्वेस्टमेंट के बाद की जाए तो अलग-अलग जरूरत के आधार पर इन्वेस्टमेंट की जाती है. बहुत से लोग रिटायरमेंट प्लान को देखते हुए इन्वेस्टमेंट करते हैं. तो वहीं बहुत से लोग इंश्योरेंस के तौर पर इन्वेस्टमेंट करना चाहते हैं. तो कई लोगों को अच्छा रिटर्न चाहिए होता है इसलिए इन्वेस्टमेंट करते हैं. अगर हम LIC, एफडी और पीएफ की तुलना करते हैं. तीनों के अलग-अलग फायदे हैं. लेकिन सबसे ज्यादा फायदा किसमें हैं. यह तय होता है आप किस तरह की इनवेस्टमेंट करना चाहते हैं. 


पीएफ भारत सरकार चलाती है, LIC आईआरडीए द्वारा चलाई जाती है तो वहीं एफडी की सुविधा बैंक और नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनियां मुहैया करवाती हैं. इन सभी में अगर इंटरेस्ट रेट की बात की जाए तो LIC में आपको 4% से 6% तक इंटरेस्ट रेट मिलता है. तो वहीं पीपीएफ में आपको 7% इंटरेस्ट रेट मिलता है. वहीं एफडी में सबसे ज्यादा 9% तक इंटरेस्ट रेट मिल जाता है. यानी आप सिर्फ निवेश के तौर पर इन्वेस्ट करना चाहते हैं. तो एफडी में आपको अच्छा  रिटर्न मिलेगा. 


जरूरत पर सबमें निकाल सकते हैं पैसे


पीपीएफ में आपको 15 साल तक इन्वेस्टमेंट करनी होती है. उसके बाद आपको लाभ मिलता है हालांकि आप बीच में भी 6 साल बाद कभी भी पैसे निकाल सकते हैं. तो वहीं कुछ अलग प्रकार की एफडी में भी आपको निकासी की छूट होती है. और LIC पॉलिसी में भी आप 3 साल बाद चाहें तो कुछ पैसे निकाल सकते हैं. 


LIC देती है इंश्योरेंस


पीपीएफ स्कीम पूरी होने के बाद आपको लाभ मिलता है. एफडी में भी एक समय बाद अच्छा रिटर्न मिलता है. इस तुलना में LIC में आपको उतना ज्यादा रिर्टन नहीं मिलता. हालांकि निवेश की ठीक-ठाक रकम आपको मिल जाती है. लेकिन अगर पीपीएफ खाताधारक या एफडी होल्डर की असमय मौत हो जाती है. तो परिजनों या नाॅमिनो को एक्सट्रा कुछ लाभ नहीं मिलता. लेकिन अगर LIC पॉलिसी होल्डर की असमय मौत हो जाती है तो इंश्योरेंस के तौर पर नॉमिनी को या परिजनों को अच्छी खासी रकम मिलती हैं. 


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