Misbehaving With Govt Officials: आज के डिजिटल युग में भी कई काम ऐसे हैं, जिन्हें पूरा करने के लिए हमें सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं. कई बार जब काम नहीं बनता है तो कुछ लोग सरकारी कर्मचारियों का अधिकारियों पर चिल्लाने लगते हैं और बात हाथापाई तक पहुंच जाती है. हालांकि ऐसा करना बिल्कुल भी ठीक नहीं है और इसके लिए आपको जेल तक की हवा खानी पड़ सकती है. आज हम आपको ये बताने जा रहे हैं कि सरकारी दफ्तर में बदसलूकी करना आपको कितना महंगा पड़ सकता है...


हो सकती है जेल 
इस बात को दिमाग में बिठा लें कि किसी भी सरकारी काम में बाधा डालने पर आपके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है. फिर चाहे आप किसी सरकारी अस्पताल में हों, सरकारी दफ्तर में हों या फिर कहीं बाहर सरकारी अधिकारी से उलझ रहे हों... सरकारी कर्मचारी से बदसलूकी करने पर आपको धारा 504 के तहत दो साल तक की सजा हो सकती है. सरकारी कर्मचारी को गाली देने पर भी आपको इतनी ही सजा हो सकती है. आईपीसी की धारा 186 के तहत अगर कोई भी सरकारी अधिकारी के काम में बाधा डालता है तो ऐसा करना एक अपराध माना जाएगा. 


अधिकारियों से होती है बदसलूकी
इसके अलावा सरकारी अधिकारी को ब्लैकमेल करने, धमकी देने और दफ्तर में जबरन घुसने पर भी आपको कड़ी सजा हो सकती है. ये सजा 3 से 10 साल तक भी हो सकती है. अक्सर ऐसे मामले तब आते हैं जब सरकारी अधिकारी किसी काम को करने के लिए फील्ड पर होते हैं, जैसे बिजली चोरी का चालान हो रहा हो तो लोग अधिकारी से बदसलूकी करते हैं, किसी माफिया को पकड़ने पर पुलिस को भी इसी तरह की चीजों का सामना करना पड़ता है. हालांकि अधिकारियों के काम में रुकावट डालने या उनके साथ बदसलूकी करने के बाद आरोपी शख्स को तुरंत गिरफ्तार कर जेल भेजा जाता है. इसके बाद कोर्ट से उसे सजा सुनाई जाती है.


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