जागो ग्राहक जागो: शॉपिंग के बाद मोबाइल नंबर देना नहीं होता जरूरी, जान लें अपने ये अधिकार
Customer Rights: उन जगहों पर आपको मोबाइल नंबर देना होता है, जहां मैनुअल बिल नहीं निकाला जाता है. यानी बिल आपके मोबाइल नंबर या ई-मेल आईडी पर ही आता है.
Customer Rights: हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई ऐसी चीजें होती हैं, जिन्हें हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कई बार यही चीजें आपको परेशान करती हैं और यहां तक कि आप फ्रॉड का शिकार भी हो जाते हैं. हम बात यहां हर जगह मोबाइल नंबर देने की कर रहे हैं, आजकल किसी रेस्टोरेंट में खाना हो या फिर किसी सुपर मार्केट से शॉपिंग करना... हर जगह आपसे नंबर मांगा जाता है. कई जगह पर आपसे आपकी ई-मेल आईडी भी मांग ली जाती है. लोग अक्सर इसे हल्के में लेते हैं और आसानी से अपना मोबाइल नंबर दे देते हैं. हालांकि ऐसा करना जरूरी नहीं होता है.
कर सकते हैं शिकायत
हर मॉल या फिर शॉपिंग कॉन्पलैक्स में ग्राहक के कई अधिकार होते हैं, जिनका वो इस्तेमाल कर सकता है. अगर कोई भी ग्राहक अपनी पर्सनल जानकारी देने से इनकार करता है तो कोई उससे जबरदस्ती नहीं कर सकता. बिल बनाने से पहले अगर आपसे आपका मोबाइल नंबर मांगा जाता है तो आप इससे इनकार कर सकते हैं. अगर इसके बावजूद जबरदस्ती की जा रही है तो आप इसकी 14404 या 1800-11-400 पर शिकायत भी कर सकते हैं.
कहां जरूरी होता है नंबर
हालांकि उन जगहों पर आपको मोबाइल नंबर देना होता है, जहां मैनुअल बिल नहीं निकाला जाता है. यानी बिल आपके मोबाइल नंबर या ई-मेल आईडी पर ही आएगा. ऐसे में आप अपना नंबर दे सकते हैं. इसमें शर्त ये है कि वो रेस्तरां या फिर होटल आपके नंबर का आगे ऑफर्स या कुछ भी भेजने के लिए इस्तेमाल नहीं कर सकता है. अक्सर देखा गया है कि आपका मोबाइल नंबर लेने के बाद इसका इस्तेमाल ऑफर्स और इसी तरह के स्पैम कॉल के लिए किया जाता है.
कई जगह ऐसी हैं, जहां पर आपको नंबर देना जरूरी होता है. जैसे बैंक खाता खोलते वक्त आपको नंबर देना जरूरी होता है, ट्रेन की टिकट बुक करते समय आपको मोबाइल नंबर देना होता है और आधार-पैन बनवाते वक्त भी आपको नंबर देना होता है.
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