Government Rules For Diamond: फिल्म हेरा फेरी में परेश रावल सुनील शेट्टी और अक्षय कुमार से एक सीन में कहते हैं. 'ऊपर वाला जब भी देता है. देता है छप्पर फाड़ के.' मध्य प्रदेश के पन्ना में एक खदान में काम करने वाले मजदूर के लिए बुधवार को यह कहावत सच हो गई. राजू गौड़ नाम के  मजदूर को पन्ना की हीरा खदान में एक 19.22 कैरेट का हीरा मिला. 


इस हीरे को राजू गौड़ ने तुरंत ही सरकारी अधिकारियों के पास जमा करवा दिया. सरकारी अधिकारी अब इस हीरे की नीलामी करेंगे. अधिकारियों के अनुमान के मुताबिक नीलामी में इस हीरे की कीमत 80 लाख है या उससे ज्यादा मिल सकती है. अब लोगों के मन में सवाल आ रहा है. इस प्रकार अगर किसी को अगर कोई हीरा मिलता है या अन्य कोई खजाना मिलता है. तो उस पर किसका हक होता है. 


ढूंढने वाले को मिलते हैं पैसे


मध्य प्रदेश में पन्ना हीरे के लिए काफी मशहूर जगह है. यहां तकरीबन 300 साल से हीरे का काम किया जा रहा है. आजादी से पहले राज परिवार की देखरेख में हीरे की खदानें चलाई जाती थीं. तो वहीं अब यह जिम्मेदारी प्रशासन के ऊपर है. पन्ना में कोई भी ढाई सौ रुपये देकर हीरा खोजने के लिए जमीन पट्टे पर ले सकता है. इसके लिए पन्ना के हीरा कार्यालय से अनुमति लेनी होती है. 


और इस दौरान अगर कोई मजदूर किसी खदान में हीरा खोज लेता है. तो उसपर उसी का हक होता है. हालांकि उस की राशि के ऊपर टैक्स और सरकारी रॉयल्टी देनी पड़ती है. उसके बाद जो भी बची हुई रकम होती है. वह उस ढूंढने वाले मजदूर के हिस्से में जाती है. पन्ना में 80 लाख का जो हीरा मजदूर ने ढूंढा है उसकी रकम मजदूर को ही दी जाएगी. 


80 लाख में से कितने रुपये मिलेंगे?


लोगों के मन में सवाल आ रहा है कि 80 लाख रुपये के हीरे में से मजदूर राजू गौड़ को कितने रुपये मिलेंगे. तो आपको बता दें कि हीरे की जो भी कीमत होती है उसे पर 30% इनकम टैक्स देना होता है. तो उसके बाद 12% रॉयल्टी देने होती है. 80 लाख रुपये की कीमत के हीरे में से 24 लाख रुपये का इनकम टैक्स और तकरीबन 10 लाख रुपये रॉयल्टी के तौर पर काटे जाएंगे. यानी हीरा ढूंढने वाले मजदूर राजू गॉड के हिस्से में 80 लाख में से 46 लाख रुपये आएंगे. बता दें मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में हीरे का तकरीबन 12 लाख कैरेट से भी ज्यादा का भंडार है. 


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