PM Kissan Scheme: सरकार की ओर से किसानों के लिए नई-नई योजनाएं चलाई जाती हैं, ऐसी ही एक योजना भारत सरकार की तरफ से शुरू की गई है. हम बात कर रहे हैं, प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना की. इस योजना को भारत सरकार की तरफ से 2018 में शुरू किया गया था. इस योजना के तहत किसानों को सरकार की ओर से 3000 रुपये हर महीने दिए जाते हैं. लेकिन इस योजना से कई सारे किसान भाई वंचित रह जाते हैं, ऐसे में इसमें वंचित रहने का क्या है कारण और किन किसानों को नहीं मिल पाता है प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना का लाभ आइए आपको बताते हैं. 


क्या है किसान मानधन योजना


यह एक राष्ट्रीय पेंशन योजना है. इस योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को फायदा देना है. इस योजना के लिए किसानों को केवल 55 रुपए का हर महीने निवेश करना है और उन्हें 60 साल की उम्र पार करने के बाद हर महीने 3 हजार रुपये दिए जाते हैं. बता दें कि इस योजना में शामिल होने के लिए कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं ली जाती है. अगर आप कुछ समय बाद इस योजना को छोड़ना चाहते हैं, तो जितना आपने योगदान दिया है, उतना आपको ब्याज सहित वापस कर दिया जाएगा.


इन लोगों को नहीं मिलता योजना का लाभ


अगर आप राष्ट्रीय पेंशन स्कीम योजना, कर्मचारी राज्य बीमा निगम स्कीम. कर्मचारी भविष्य निधि स्कीम जैसी किसी भी योजना का लाभ ले रहे हैं या फिर इसके दायरे में आ रहे हैं तो आप प्रधानमंत्री किसान मानधन योजना से वंचित रह जाएंगे. इसके अलावा वे किसान जिन्होंने श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के जरिए संचालित प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के लिए विकल्प चुना हुआ है तो भी आप इस योजना का लाभ नहीं ले सकते हैं.  इस योजना का लाभ उन लोगों को भी नहीं मिलता है जो श्रम एवं रोजगार मंत्रालय की प्रधानमंत्री लघु व्यापारी मानधन योजना का लाभ ले रहे हों या इसके लिए चयनित किए गए हों. अच्छी आर्थिक स्थिति वाले लोग भी इस योजना से वंचित रहते हैं.


ये लोग भी नहीं हैं पात्र


इस योजना के तहत जितना आप जमा करते हैं उतनी ही ज्यादा पेंशन राशि आपको मिलती है. जिन किसानों के पास दो हेक्टेयर से ज्यादा जमीन है, या फिर जिनकी वार्षिक आय 18 लाख से ज्यादा है, उन्हें इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा. इस योजना का लाभ उठाने के लिए आपको नियमित रूप से योगदान करने की आवश्यकता होती है.


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