PM Vishwakarma Yojana: भारत में बेरोजगार युवाओं की संख्या काफी ज्यादा है, कई लोग रोजगार के लिए लगातार कोशिश करते हैं और इसके बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिलती. खासतौर पर आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को इस समस्या से सबसे ज्यादा परेशान होना पड़ता है. ऐसे ही लोगों के लिए केंद्र और राज्य सरकारें कई तरह की योजनाएं चलाती हैं. ऐसी ही एक योजना का नाम पीएम विश्वकर्मा योजना है, जिसके तहत कई पारंपरिक व्यवसाय जुड़े हैं. ऐसे व्यवसायों से जुड़े लोग और खासतौर पर युवा इस योजना का फायदा उठा सकते हैं. 


योजना में मिलता है ये लाभ
दरअसल इस योजना का पूरा नाम प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना है. योजना के तहत कारीगरों और हस्तशिल्प श्रमिकों को पहचान पत्र और प्रमाण पत्र देने का काम किया जाता है. ऐसे लोगों को योजना के तहत एक लाख रुपये तक का ब्याज मुफ्त लोन दिया जाएगा. इसके बाद दूसरे चरण में पांच फीसदी ब्याज दर के साथ दो लाख रुपये का लोन दिया जाएगा. 


कौन हैं योजना के पात्र?
इस योजना में कुल 18 व्यवसायों से जुड़े लोग आते हैं. जिनमें - सोनार, कुम्हार, बढ़ई, मूर्तिकार, चर्मकार, राजमिस्त्री, बुनकर/बेलदार, खिलौना बनाने वाले, धोबी, दर्जी, हार बनाने वाले, नाई, मछली पकड़ने वाला जाल बनाने वाले, ताला बनाने वाले और लोहार जैसे व्यवसाय शामिल हैं. योजना के तहत ऐसे काम के लिए ट्रेनिंग भी दी जाएगी और इस दौरान रोजाना 500 रुपये की आर्थिक मदद भी मिलेगी. ऊपर बताए गए तमाम व्यवसायों के अलावा बाकी लोग इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकते हैं. 


ऐसे कर सकते हैं आवेदन
पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए आवेदन काफी आसानी से आप कर सकते हैं. इसके लिए आपको pmvishwakarma.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा. मोबाइल और आधार वेरिफिकेशन के बाद आपको एक फॉर्म भरना होगा और अपना व्यवसाय चुनना होगा. अपनी कुशलता के हिसाब से आवेदन करने के बाद आप अपना विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और पहचान पत्र डाउनलोड कर सकते हैं. 


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