Property Tax: जब भी आप कोई नया घर या फिर फ्लैट खरीदते हैं तो इसके लिए पहले काफी ज्यादा रिसर्च होती है. देखा जाता है कि घर के सभी कागज पूरे हैं या नहीं, घर किसी ऐसी जगह पर तो नहीं बना है जो सरकारी जमीन है या फिर किसी भी तरह की कोई गड़बड़ तो नहीं है. ये सब कुछ चेक करने के बाद लोग घर तो खरीद लेते हैं, लेकिन उन्हें कुछ ऐसी चीजें पता नहीं होती हैं जो काफी जरूरी होती हैं. प्रॉपर्टी टैक्स भी ऐसी ही एक चीज है, जिसे नहीं भरने पर आपको भारी जुर्माना देना पड़ सकता है.
देना होता है प्रॉपर्टी पर टैक्स
अगर आपने कोई फ्लैट या फिर घर खरीदा है तो आपको प्रॉपर्टी टैक्स देना होता है. सालाना या फिर हर 6 महीने में ये प्रॉपर्टी टैक्स देना होता है. इसे नहीं चुकाने पर कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं. ये टैक्स ठीक उसी तरह है जैसे आप अपनी इनकम पर टैक्स चुकाते हैं. इसमें कई तरह के चार्जेज शामिल होते हैं, कई अथॉरिटी इसे एक साथ वसूल लेती हैं. वहीं कुछ शहरों में इसके अलग नियम होते हैं.
होती है कार्रवाई
प्रॉपर्टी टैक्स के लिए मकान मालिक को एक नोटिस भेजा जाता है, आजकल ये सुविधा मोबाइल फोन पर ही उपलब्ध है. जिसमें लोगों को मैसेज के जरिए सूचित किया जाता है. अगर आपने टैक्स नहीं चुकाया तो इस पर लगातार ब्याज लगाया जाता है और बाद में जुर्माना भी वसूला जाता है. जिस व्यक्ति ने काफी लंबे समय से नोटिस मिलने के बावजूद टैक्स नहीं चुकाया, उसे प्रॉपर्टी बेचने में परेशानी हो सकती है. कई बार प्रॉपर्टी को सीज भी किया जा सकता है.
अगर मकान या फ्लैट में कोई किरायेदार या फिर अन्य व्यक्ति रहता है तो उससे भी प्रॉपर्टी टैक्स वसूला जा सकता है. टैक्स चुकाने से इनकार करने पर नगर निगम या फिर अथॉरिटी की तरफ से कार्रवाई की जाती है. इसीलिए आप जब भी घर या फिर फ्लैट खरीदें तो प्रॉपर्टी टैक्स को लेकर सारी जानकारी ले लें, नहीं तो आपको बड़ा नुकसान हो सकता है.
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