Indian Railway: रेलवे ने ग्रुप डी भर्ती परीक्षा घोटाले की खबर पर दिया स्पष्टीकरण, इस चीज से किया आगाह
ग्रुप डी भर्ती घोटाले की खबर पर भारतीय रेलवे ने अपना स्पष्टीकरण दिया है. रेलवे ने कहा कि दलालों और अफवाहों के चक्कर में न पड़ें. इससे नुकसान ही होगा. हम बता रहे हैं कि रेलवे परीक्षाएं कैसे कराता है.
Indian Railway Explanation News: रेलवे की ग्रुप डी की भर्ती परीक्षा में घोटाले और साजिश के आरोप में चलाई गईं खबरों का प्रबंधन ने खंडन किया है. रेलवे प्रबंधन ने इस खबर पर स्पष्टीकरण देते हुए आवेदकों को किसी भी तरह से दलालों और अफवाहों को ध्यान न देने के लिए कहा है. रेलवे का कहना है कि इस तरह की खबरें बिल्कुल गलत हैं. रेलवे की भर्ती प्रक्रिया न सिर्फ पारदर्शी है, बल्कि ऑनलाइन और कंप्यूटर बेस्ट सिस्टम के माध्यम से कराई जाती है.
भर्ती प्रक्रिया ऑनलाइन के साथ-साथ इसमें रेंडेमाइजेशन प्रक्रिया के तहत कराई जाती है. किसी भी कैंडिडेट को परीक्षा का सेंटर और कंप्यूटर का आवंटन रेंडम तरीके से ही होता है. इसके अलावा प्रश्न और उसके ऑप्शन भी रेंडम दिए जाते हैं. इस तरह जोड़-तोड़ की आशंका न के बराबर होती है. इसीलिए दलालों और बहकावे में न फंसें. इससे अमूल्य समय और रुपये दोनों की हानि होती है.
रेलवे इस तरह आयोजित कराता है परीक्षा
किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने और समाप्त करने के लिए सुरक्षा उपायों और सुरक्षा सिस्टम को अपनाया गया है. उम्मीदवारों को केंद्र का आवंटन कंप्यूटर लॉजिक के माध्यम से किया गया है. उम्मीदवार जब परीक्षा केंद्र पर रिपोर्ट करते हैं और अपना पंजीकरण कराते हैं. इसके बाद प्रयोगशाला और सीटों का आवंटन भी रेंडम तरीके से किया जाता है.
प्रश्न पत्र अत्यधिक एन्क्रिप्टेड रूप में होते हैं. कंप्यूटर की भाषा में यह एन्क्रिप्शन 256-बिट में है. उम्मीदवार के अलावा कोई भी प्रश्न पत्र तक नहीं पहुंच सकता है. जब रेंडम तरीके से प्रश्न आते हैं तो उनके ऑप्शन भी किसी सीरीज की तरह नहीं आते, बल्कि विकल्प भी रेंडम तरीके से प्रदर्शित होते हैं.
परीक्षा केंद्र में प्रत्येक उम्मीदवार के पास एक अनूठा प्रश्न पत्र होता है, क्योंकि मास्टर प्रश्न पत्र में प्रश्नों का अनुक्रम पूरी तरह से अलग है. यदि कोई दावा कर रहा है कि वह उत्तर कुंजी यानी की आंसर शीट दे सकता है तो वह बिल्कुल ही गलत है.
एक करोड़ से अधिक कैंडिडेट हुए हैं शामिल
रेलवे ने बताया कि ग्रुप डी भर्ती परीक्षा में कंप्यूटर आधारित टेस्ट प्रतिष्ठित संस्थान द्वारा आयोजित किया जाता है. जिसमें 1 करोड़ से अधिक कैंडिडेट शामिल हुए हैं. यहां यह भी बताया कि सीबीटी के तीन चरण पहले ही पूरे कराए जा चुके हैं. चौथा चरण 19 सितंबर को शुरू हुआ.
क्रॉस मॉनीटरिंग भी सख्त
रेलवे की परीक्षा सीसीटीवी कैमरे और रिकार्डिंग की कड़ी निगरानी में आयोजित की जाती है. परीक्षा आयोजित करने वाली एजेंसी अपने कर्मचारियों से लेकर उम्मीदवारों तक की गतिविधियों की निगरानी करती है. प्रत्येक केंद्र पर एजेंसी के कर्मचारी भी तैनात होते हैं.
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