(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
कितने किमी सफर के बाद यूज कर सकते हैं रेलवे का जर्नी ब्रेक, किन ट्रेनों में लागू नहीं होता यह नियम?
भारतीय रेलवे की ओर हर रिजर्वेशन यात्री को Break Journey Rule दिया जाता है. रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार यात्री अपनी पसंद के स्टेशन पर रुक कर आराम कर सकता है.
Break Journey Rule: भारतीय रेल में कई यात्री लंबी लंबी यात्राएं करते हैं. कुछ ट्रेनें तो ऐसी हैं कि उनमें यात्री 3 से 4 दिन तक सवार रहते हैं क्योंकि उनकी यात्राएं हजारों किमी लंबी होती है. ऐसे में भारतीय रेल अपने यात्रियों को जर्नी ब्रेक का ऑप्शन भी देती है, जिसमें यात्री किसी एक स्टेशन पर रुक कर आराम कर सकता है और फिर वापस अपनी यात्रा को शुरू कर सकता है.
क्या है ब्रेक जर्नी रूल सेवा
भारतीय रेलवे की ओर हर रिजर्वेशन यात्री को Break Journey Rule दिया जाता है. रेलवे की ऑफिशियल वेबसाइट के अनुसार, अगर किसी यात्री के पास 500 किलोमीटर से ज्यादा की यात्रा के लिए सिंगल जर्नी टिकट है, तो उसे केवल एक बार यात्रा के रूट पर दो दिनों का ब्रेक दिया जा सकता है. हालांकि, यह सुविधा केवल 500 किमी से अधिक यात्रा करने पर ही दी जाती है. वहीं, अगर किसी यात्री के पास 2000 किमी से ज्यादा लंबी यात्रा का टिकट है, तो उसे दो बार ब्रेक दिया जा सकता है.
कैसे लिया जा सकता है इस सुविधा का लाभ
इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए यात्री को अपने बोर्डिंग स्टेशन और यात्रा समाप्त होने वाले स्टेशन के बीच उतरना होगा. यात्री इन दो स्टेशनों के बीच के किसी भी स्टेशन पर उतरकर टिकट को टिकट क्लेक्टर या फिर स्टेशन मास्टर को दिखा कर जर्नी ब्रेक की स्वीकृति ले सकता है. इस सुविधा के माध्यम से इसी स्टेशन से दोबारा से सफर को शुरू किया जा सकता है. वहीं, जहां पर आपकी यात्रा समाप्त होगी, वहां पर यह टिकट जमा कराना होगा.
800 किलोमीटर की सिंगल जर्नी टिकट वाला एक यात्री अपनी यात्रा को 423 किलोमीटर पर समाप्त करना चाहता है. | अनुमति नहीं मिलेगी. |
600 किलोमीटर की सिंगल जर्नी टिकट वाला एक यात्री अपनी यात्रा को 501 किलोमीटर पर समाप्त करना चाहता है. | अधिकतम 2 दिनों के लिए एक बार अनुमति. |
1050 किलोमीटर की सिंगल जर्नी टिकट वाला एक यात्री अपनी यात्रा को 400 किलोमीटर और 801 किलोमीटर में बांटना चाहता है. | अधिकतम 2 दिनों के लिए 801 किलोमीटर की दूरी पर केवल एक ब्रेक यात्रा की अनुमति है. |
2000 किलोमीटर की सिंगल जर्नी टिकट वाला एक यात्री 800 किलोमीटर, 905 किलोमीटर और 1505 किलोमीटर पर यात्रा को विभाजित करना चाहता है. | यात्री की पसंद के अनुसार यात्रा के हर ब्रेक पॉइंट पर अधिकतम दो दिन के हिसाब से दो ब्रेक जर्नी की अनुमति है. |
इन ट्रेनों में नहीं मिलती है ब्रेक जर्नी की सेवा
अगर आपको इस सेवा का लाभ लेना है तो उन्हीं ट्रेनों का टिकट लेना होगा जो ट्रेनें इस सुविधा के लिए पात्र हैं, कम दूरी वाली ट्रेनों में इस सुविधा का लाभ नहीं लिया जा सकता है. आपको बता दें कि राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस जन शताब्दी आदि जैसी कुछ ट्रेनों के टिकटों पर यात्रा में ब्रेक की अनुमति नहीं है.
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