Kamdhenu Pashudhan Bima Yojana: कुछ महीने पहले राजस्थान में लंपी वायरस का कहर था. इस बीमारी से कई पशुपालकों के गायों की मौत हो गई. ग्रामीण क्षेत्रों में किसान पशुपालन से भी अपना गुजारा करते हैं. पशुपालकों की समस्या को देखते हुए राजस्थान की गहलोत सरकार ने कामधेनु पशु बीमा योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत राजस्थान में हर पशुपालक परिवार के दो गाय और भैंसों के लिए 40-40 हजार का बीमा उपलब्ध कराया जाता है. इसके रजिस्ट्रेशन के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी है.
5 लाख से ज्यादा परिवारों ने कराया रजिस्ट्रेशन
10 फरवरी 2023 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के द्वारा मुख्यमंत्री कामधेनु बीमा योजना की शुरुआत की गई थी. जयपुर में महंगाई राहत कैंप आयोजित किया गया था जहां 5 लाख से ज्यादा परिवारों ने इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया. इस योजना के तहत सरकार दुधारू पशु की मृत्यु पर सरकार मुआवजा देती है. कामधेनु पशु बीमा योजना के लिए राजस्थान सरकार 750 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
वहीं इसके तहत 20 लाख से अधिक पशुपालकों को लाभ दिया जा रहा है. इस योजना के तहत वैसे पशुपालक जिनकी सालाना इनकम 8 लाख रुपये तक है, उनके अधिकतम दो दुधारू पशुओं का बीमा फ्री में किया जाएगा. वहीं जिन पशुपालकों की सालाना इनकम 8 लाख रुपये से ज्यादा है, उन्हें बीमा के लिए प्रति पशु 200 रुपये देना होगा.
लंपी वायरस ने मचाया था कहर
बता दें कि लंपी वायरस ने सबसे ज्यादा कहर राजस्थान में ही बरपाया था. यहां पशुओं के शवों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ रही थी. इस बीमारी ने राजस्थान सहित पूरे उत्तर प्रदेश में कहर कहर बरपाया था, जिस वजह से कई पशुपालकों को नुकसान उठाना पड़ा था. ऐसे में इस योजना से उन पशुपालकों को लाभ मिलेगा जिनके दुधारू पशुओं की मौत लंपी वायरस की वजह से हुई थी.
ये भी पढ़ें: